![Thane इंस्टाग्राम पर एक परिचित के माध्यम से डोंबिवली में एक महिला के घर में भूत द्वारा चोरी](https://samacharnama.com/static/c1e/client/79965/uploaded/a1066331a5a3f4097c6a69ada8fa753f.jpg?width=730&height=480&resizemode=4)
उत्तरप्रदेश न्यूज़ डेस्क गुजरात संपर्क क्रांति एक्सप्रेस में सफर कर रहे सेवा निवृत्त इंजीनियर का फोन चोरी हो गया. उन्होंने मथुरा जीआरपी थाने में फोन चोरी होने की रिपोर्ट दर्ज कराई है. वहीं कोटा पटना एक्सप्रेस के स्लीपर कोच से महिला का पर्स चोरी हो गया. महिला अपने भाई के साथ अयोध्या से दर्शन कर लौट रही थी.
शाजहांपुर बी-1 पुवाया रोड बाईबाग नलकूप कालोनी निवासी सेवा निवृत्त इंजीनियर रंजीत सिंह 14 2024 को गुजरात संपर्कक्रांति एक्सप्रेस में हजरत निजामुद्दीन रेलवे स्टेशन से बड़ौदरा के लिए परिवार के साथ यात्रा कर रहे थे. उन्होने अपना मोबाइल चार्जिंग के लिए लगा रखा था. हजरत निजामुद्दीन से ट्रेन चलकर मथुरा जंक्शन पर पहुंचती इससे पहले वह बाथरूम के लिए चले गए. बाथरूम से लौटने पर देखा तो चार्जिंग पर लगा मोबाइल चोरी हो चुका था. उन्होंने चोरी हुए मोबाइल की कीमत 44 हजार रुपये बताई है. रंजीत सिंह ने जीआरपी थाने में अज्ञात के खिलाफ फोन चोरी होने की रिपोर्ट दर्ज कराई है. बरसाना देहात निवासी प्रमोद कुमार अपने परिवार के साथ अयोध्या घूमने गए थे. वह 23 को अयोध्या से परिवार के साथ कोटा पटना एक्सप्रेस के एस-3 कोच में सवार होकर लौट रहे थे. कोच की सीट संख्या 69 पर उनकी बड़ी बहन कमलेश सो रही थी. इसी दौरान किसी ने उनका पर्स चोरी कर लिया. पर्स में सोने के आभूषणों के अलावा अन्य जरूरी सामान रखा था. प्रमोद ने जीआरपी थाने में पर्स चोरी होने की रिपोर्ट दर्ज कराई है.
मथुरा डिपो में आईं दो और नई बसें
उत्तर प्रदेश राज्य सड़क परिवहन निगम के प्रबंधन ने मथुरा डिपो को दो और नई बसें उपलब्ध कराई हैं. इसके बाद डिपो में निगम की तथा अनुबंधित दोनों की संख्या बढ़कर 171 हो गई है.
वाहन निर्धारण अधिकारी अनिल लवानिया ने बताया कि क्षेत्रीय प्रबंधक ब्रह्मप्रकाश अग्रवाल के आदेश पर डिपो से शिव कुमार एवं दिनेश कुमार दो बसें लाने के लिए कानपुर भेजे थे. ये दोनों ड्राइवर दो नई बसें लेकर डिपो में आ गए हैं. समय पालक राजकुमार तोमर ने बताया कि इन दो नई बसों को मिलाकर नई बसों की संख्या हो गई है. उन्होंने कहा कि इस समय डिपो में निगम की 100 तथा अनुबंधित 71 बसें हैं. परिचालकों की कमी के कारण 3 दर्जन पुरानी बसें मार्गों पर नहीं जा पाती हैं.
मेरठ न्यूज़ डेस्क