उत्तरप्रदेश न्यूज़ डेस्क प्रतियोगी परीक्षाओं का पेपर लीक कराकर नकल करने वाले गिरोह ने अपने ही रिश्तेदारों को भी उत्तर कुंजी उपलब्ध कराई थी. एसटीएफ और पुलिस की अभी तक की छानबीन में यह खुलासा हुआ है. वहीं, पुलिस यह जानकारी करने में लगी है कि पिछले कुछ समय में इन आरोपियों के परिवार के कितने लोगों ने सरकारी नौकरी हासिल की है. जानकारी जुटाने के बाद एसटीएफ इस मामले में शासन को पूरी रिपोर्ट भेजेगी.
एसटीएफ मेरठ ने वीडीओ परीक्षा का पेपर लीक कराकर नकल कराने वाले गैंग का भंडाफोड़ किया था. इस दौरान तीन आरोपियों उधम सिंह, संदीप और मनोज की गिरफ्तारी की गई थी. तीनों आरोपी सरधना क्षेत्र के मोहम्मदपुर चकबंदी आबाद और कपसाड़ गांव के रहने वाले थे. इसके अलावा इस गिरोह के अन्य सदस्यों अंकित निवासी सैनिक विहार, विवेक निवासी लुहारी बागपत, विशाल गिरी निवासी रोहटा पूठ, राकेश निवासी अलीगढ़, नीशू सिंह मोनू और योगेश निवासीगण अलीगढ़ की एसटीएफ को तलाश है.
पूछताछ में खुलासा हुआ है कि आरोपियों ने प्रतियोगी परीक्षा का पेपर लीक कराने के बाद मोटी रकम लेकर इसे आगे बेच दिया था. वहीं, आरोपियों ने अपने ही कुछ रिश्तेदारों को नकल भी कराई थी. यह गिरोह पूर्व में भी इसी तरह से पेपर लीक में शामिल रहा है. विशाल निवासी पूठ नकल के मामले में पूर्व में भी जेल जा चुका है.
मेरठ न्यूज़ डेस्क

