![Nainital दिल्ली, भोपाल के कई रसूखदार जांच के घेरे में](https://samacharnama.com/static/c1e/client/79965/uploaded/511b51a06721d3a016dfea8c143920bf.jpg?width=730&height=480&resizemode=4)
उत्तरप्रदेश न्यूज़ डेस्क शासन के आदेश पर यूपी पुलिस पेपर लीक मामले में दर्ज मुकदमे की जांच एसटीएफ को ट्रांसफर कर दी गई है. अब इस मामले में कंकरखेड़ा में दर्ज मुकदमे की विवेचना एसटीएफ के दरोगा करेंगे और गिरफ्तारी की जिम्मेदारी भी एसटीएफ को दी गई है. आरोपियों के खिलाफ अब इनाम कराने से लेकर बाकी कार्रवाई के लिए एसटीएफ ही कार्रवाई करेगी. वहीं, गिरफ्तार किए गए आरोपियों को 10 दिन की पुलिस कस्टडी रिमांड पर लेने के लिए कोर्ट में अर्जी दाखिल कर दी गई है.
यूपी पुलिस भर्ती परीक्षा-24 का पेपर कुछ नकल माफिया ने लीक कराया था. भर्ती परीक्षा और फरवरी 24 को हुई थी, लेकिन परीक्षा का पेपर पहले ही लीक कराकर अभ्यर्थियों को पढ़ाया गया था. इस मामले में खुलासा होने के बाद शासन ने परीक्षा रद कर दी थी और इस मामले में जांच व कार्रवाई की जिम्मेदारी यूपी एसटीएफ को दी थी.
इसके बाद पूरे प्रदेश में अलग अलग जगहों पर आरोपियों की गिरफ्तारी का क्रम शुरू हुआ और 54 लोगों की धरपकड़ की गई. वेस्ट यूपी में ही एसटीएफ की मेरठ-नोएडा यूनिट ने 14 आरोपियों की गिरफ्तारी की थी. तीन मुकदमे मेरठ के कंकरखेड़ा थाना, मुजफ्फरनगर के शाहपुर थाना और गाजियाबाद में दर्ज कराए गए थे.
रवि ऑफलाइन पेपर लीक
राजीव ऑनलाइन में माहिर
एसटीएफ की पूछताछ में गिरफ्तार अभियुक्त अभिषेक शुक्ला ने खुलासा किया था कि रवि अत्री ऑफलाइन पेपर लीक कराने और राजीव नयन मिश्रा ऑनलाइन परीक्षा में नकल कराने का बादशाह है. बताया कि इस संबंध में डॉ. शुभम मंडल और अंकित मिश्रा ने उसे जानकारी दी थी और गिरोह में जोड़ा था, साथ ही बड़ी रकम का लालच भी दिया था. मामले में अब आरोपियों को रिमांड पर लेने के बाद बाकी कार्रवाई होगी. एसटीएफ ने यूपी पुलिस भर्ती परीक्षा का पेपर लीक कराने के मामले में 14 को गाजियाबाद से अभिषेक शुक्ला निवासी ममरेज प्रयागराज समेत डॉ. शुभम मंडल और दो अन्य को गिरफ्तार किया था. आरोपियों से अलग अलग पूछताछ शुरू की गई थी.
मेरठ न्यूज़ डेस्क