Meerut शहर में दौड़ रहे अवैध ई-रिक्शाओं पर लगेगी रोक, जाम और हादसों का सबब बन रहे ई-रिक्शा, चरमरा रही शहर की यातायात व्यवस्था

उत्तरप्रदेश न्यूज़ डेस्क शहर में हादसों और जाम का सबब बन रहे अवैध ई-रिक्शाओं के संचालन पर अब लगाम लगेगी. जिलाधिकारी ने परिवहन विभाग के अफसरों को इन पर सख्ती से कार्रवाई करने के निर्देश दिए है. शहर में बिना पंजीयन, बिना फिटनेस, बिना कर बिना ड्राइविंग लाईसेंस के ई-रिक्शा का संचालन पाये जाने पर उनके विरूद्ध कठोर प्रवर्तन कार्यवाही की जायेगी.
जिले में करीब 20 हजार से ज्यादा ई-रिक्शाओं का संचालन हो रहा है. जबकि विभाग में रजिस्टर्ड ई-रिक्शाओं की संख्या मात्र दस हजार है. शहर की सड़कों पर बढ़ती ई-रिक्शाओं की भीड़ से यातायात व्यवस्था चरमरा रही है वहीं जाम और दुघर्टनाओं के मामले भी बढ़ गए हैं. इन सब से शहर को मुक्त करने और यातायात व्यवस्था को बेहतर बनाने के लिए जिलाधिकारी दीपक मीणा की अध्यक्षता में बैठक का आयोजन किया गया. बैठक में जिलाधिकारी ने शहर में संचालित अवैध ई-रिक्शा के विरूद्ध कठोर कार्यवाही किये जाने के निर्देश दिये गये हैं.
सीज करने की कार्रवाई होगी समस्त ई-रिक्शा स्वामियों को निर्देशित किया जाता है कि अवैध ई-रिक्शा का संचालन तुरन्त बन्द कर दें, अन्यथा चैकिंग के दौरान अवैध संचालित पाये जाने पर उन्हें सीज करते हुए डिस्मेन्टल की कार्यवाही की जायेगी. नई ई-रिक्शा खरीदेन हेतु बैंको से कम ऋण पर ई-रिक्शा का दिलाये जाने हेतु सम्भागीय परिवहन कार्यालय सहयोग किया जायेगा. ई-रिक्शा चालकों को प्रशिक्षण कार्यालय में दिया जायेगा.
प्रवर्तन दल जिले में संचालित हो रहे अवैध वाहनों पर कार्रवाई कर रहा है. इसमें सबसे ज्यादा परेशानी सीज वाहनों को खड़ा करने की है. संबंधित थाना में इन वाहनों को खड़ा नहीं करने दिया जाता है. इन वाहनों को कहां लेकर जाएं.
सुधीर कुमार, अधिकारी प्रवर्तन दल आरटीओ कार्यालय
मेरठ न्यूज़ डेस्क