उत्तरप्रदेश न्यूज़ डेस्क मेरठ शहर के लिए एनएचएआई द्वारा प्रस्तावित 13.400 किलोमीटर का नया बाईपास जीवन रेखा साबित होगा। इस नए बाइपास के लिए प्राथमिकता के आधार पर काम किया जाए।आयुक्त सुरेंद्र सिंह ने एनएचएआई की विभिन्न परियोजनाओं की समीक्षा की। एनएचएआई के अधिकारियों ने बताया कि मेरठ-नजीबाबाद एनएच-119 को मेरठ-मुजफ्फरनगर एनएच-58 से जोड़ने वाला नया बाईपास ग्रीनफील्ड बाईपास होगा। इसे दौराला के पास एनएच-58 से गांव सलारपुर, जलालपुर में एनएच-119 तक बनाया जाना है। इसके लिए 12 गांवों में भूमि अधिग्रहण के लिए धारा-3ए व 3डी का कार्य पूरा कर लिया गया है। कहा कि यह अहम प्रोजेक्ट है।
नए बाईपास में लगेंगे तीन फ्लाईओवर: एनएचएआई के अधिकारियों ने बताया कि इस बाईपास पर कुल तीन नए फ्लाईओवर बनाए जाएंगे। पांच गांव अंडरपास भी होंगे। इस बाईपास को 992 करोड़ की कुल लागत से बनाया जाना है। आयुक्त ने एनएचएआई के जीएम डीके चतुर्वेदी और एडीएम एलए सुल्तान अशरफ सिद्दीकी को जिम्मेदारी दी है।
मेरठ-गढ़ हाईवे पर पेड़ों की कटाई: मेरठ-गढ़मुक्तेश्वर एनएच-709ए के चौड़ीकरण की धीमी गति पर नाराजगी व्यक्त की. हाईवे पर 3382 पेड़ काटे जा चुके हैं।
मेरठ न्यूज़ डेस्क

