उत्तरप्रदेश न्यूज़ डेस्क प्रस्तावित नाइट सफारी तथा चिड़ियाघर दोनों एक साथ बनेंगे. दोनों के लिए एक ही प्रवेश प्लाजा होगा. लेकिन अन्दर जाने के गेट अलग होंगे. नया चिड़ियाघर पुराने चिड़ियाघर से लगभग तीन गुना बड़ा होगा. पुराना चिड़ियाघर लगभग 71 एकड़ में बना है जबकि कुकरैल में प्रस्तावित नया चिड़ियाघर 210 एकड़ में बनाया जाएगा. इसी तरह नाइट सफारी भी काफी बड़ा होगा. यह 181.85 एकड़ में बनेगा.
कुकरैल में नाइट सफारी, नए चिड़ियाघर के साथ खूबसूरत इको टूरिज्म जोन भी विकसित होगा. इको टूरिज्म जोन 71.70 एकड़ में बनाया जाएगा. इसमें जॉर्बिग, जिपलाइन, पैडल बोट, बर्मा ब्रिज, सेगवे, कैलिंबिंग नेट सहित तमाम आकर्षक खेल होंगे. अन्य एडवेंचर गेम भी होंगे. इन तीनों के लिए एक ही प्रवेश प्लाजा होगा. लेकिन गेट अलग होंगे. नाइट सफारी में भी तमाम आकर्षण होंगे. यहां जंगली जानवरों को प्राकृतिक वास मिलेगा. इंडियन फुटहिल्स, इंडियन वॉकिंग ट्रेल, इंडियन वेटलैंड, अफ्रीकन वेटलैंड भी बनेगा. भेड़िया देखने का भी एक स्थल होगा और लेपर्ड का भी. शाकाहारी जानवरों को देखने का स्थान भी निश्चित होगा. अन्य जंगली जानवरों को देखने के भी स्थान तय होंगे. जहां से लोग इन जानवरों को निहार सकेंगे. इसके लिए अगला वाक वे रहेगा. प्रस्ताव के मुताबिक नए चिड़ियाघर में 115 प्रजाति के जानवर देखने को मिलेंगे. चिड़ियाघर में वेटलैंड भी बनेगा. नर्सरी और फूड एरिया विकसित होगा.
मथुरा न्यूज़ डेस्क