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Mathura  औद्योगिक क्षेत्र भी भीषण जलभराव से जूझ रहामहोली रोड स्थित औद्योगिक क्षेत्र में आधे-अधूरे नाले बने मुसीबत,पुलिस चौकी भी जलभराव से होती है प्रभावित
 

Mathura  औद्योगिक क्षेत्र भी भीषण जलभराव से जूझ रहामहोली रोड स्थित औद्योगिक क्षेत्र में आधे-अधूरे नाले बने मुसीबत,पुलिस चौकी भी जलभराव से होती है प्रभावित

उत्तरप्रदेश न्यूज़ डेस्क  महोली रोड स्थित औद्योगिक क्षेत्र में जलभराव होना आम बात है. यहां नाले भी आधे-अधूरे बने हैं. यही नहीं नालों की सफाई तक नहीं हो पाती. पन्ना पोखर क्षेत्र में तो बारिश के दिनों में भारी जलभराव की वजह से स्थानीय लोगों को नारकीय जीवन जीने को मजबूर होना पड़ रहा है. दो दशक से हालात ज्यादा बिगड़े है, जबकि पूर्व में यहां बारिश के पानी से जलभराव नहीं होता था.

महोली रोड स्थित औद्योगिक क्षेत्र एक ओर राष्ट्रीय राजमार्ग तो दूसरी से महोली रोड से जुड़ा हुआ है. राष्ट्रीय राजमार्ग से थोड़ा नीचे होने की वजह से यहां बारिश के दिनों में जलभराव हो जाता है. इस जलभराव की वजह से जहां पन्ना पोखर के आसपास रहने वाली आबादी मुश्किल में फंस जाती है, वहीं पुलिस चौकी तक जलभराव से घिर जाती है. यही नहीं चौकी पास बने पुलिस आवासों तक पहुंचना भी असंभव हो जाता है. बारिश के दिनों में संस्कार पब्लिक स्कूल तक जलभराव से घिरा रहता है. हाल, ये है कि जलभराव अब रमन लाल शोरावाला पब्लिक स्कूल मार्ग तक पहुंचने लगा है. इसके चलते बारिश के दिनों में इंडस्ट्रीयल एरिया में प्रवेश करना भी मुश्किल हो जाता है. जलभराव की समस्या की वजह से यहां कभी भी सड़क मार्ग दुरुस्त नहीं रह पाता. जलभराव के कारण औद्योगिक इकाईयां सबसे ज्यादा प्रभावित होती हैं. इसके चलते जहां औद्योगिक इकाईयों में काम करना मुश्किल हो जाता है, वहीं गंदगी की वजह से बीमारियां फैलने का खतरा बना रहता है. औद्योगिक क्षेत्र में यह जलभराव तब तक नहीं होता था, जब तक पन्ना पोखर थी. पन्ना पोखर में आसपास की औद्योगिक इकाईयों व बस्तियों का गंदा पानी एकत्र हो जाता था. उसके बाद पन्ना पोखर खत्म हो गयी. नालों का निर्माण पूरी तरह हुआ नहीं. औद्योगिक क्षेत्र में बनी नालियां जहां जाम हैं, वहीं एक नाला भी बना हुआ है, जो महोली रोड नाले में आकर मिलता है. इस नाले की सफाई पर भी ध्यान न देना जलभराव की मुख्य वजह बना हुआ है. महोली रोड के नाले में पहले ही फ्लो नहीं है. ऐसे में औद्योगिक क्षेत्र के नाले का पानी रुक जाता है, जिससे यहां बारिश में सबसे पहले जलभराव होता है.


मथुरा न्यूज़ डेस्क
 

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