उत्तरप्रदेश न्यूज़ डेस्क सूबे के पूर्व खनन मंत्री गायत्री प्रजापति पर आयकर विभाग का शिकंजा कसता जा रहा है. आयकर विभाग की नजर अब उनकी 18 और बेनामी सम्पत्तियों पर है. एक दिन पहले लखनऊ में चार बेनामी सम्पत्तियों पर कार्रवाई शुरू हो चुकी है. विभाग को उनकी बाराबंकी, सुलतानपुर, रायबरेली और उन्नाव में भी सम्पत्तियों का पता लगा है.
डेटा खनन से यह साफ हो गया कि किस तरह सम्पत्ति की खरीद में पैसे को घुमाया गया. आयकर सूत्रों के अनुसार अब इन सम्पत्तियों को कुर्क करने और उसके बाद अटैच करने की प्रक्रिया अपनाई जाएगी. पूर्व मंत्री ने सम्पत्तियों को खरीदने के लिए लम्बी चेन बनाई. उदाहरण के लिए एक सम्पत्ति खरीदने के लिए एक व्यक्ति ‘एक्स’ ने भुगतान कर रजिस्ट्री कराई. इसके पूर्व ‘एक्स’ सम्पत्ति खरीदने में प्रयोग हुई धनराशि दूसरे व्यक्ति ‘वाई’ के बैंक से ट्रांसफर हुई. वाई के पास पैसा पूर्व मंत्री या उनके रिश्तेदार के खाते से आया. डेटा खनन के दौरान सम्पर्क जुड़ते चले गए. अब किसी भी दिन इन सम्पत्तियों पर आयकर विभाग की बेनामी सम्पत्ति निषेध इकाई कुर्की की प्रक्रिया शुरू कर सकती है. एक दिन पहले ही आयकर विभाग ने गोमती नगर विस्तार, खरगापुर में पूर्व मंत्री की जमीन कुर्क की. मोहनलालगंज और सुलतानपुर रोड पर स्थित सम्पत्ति को कुर्क करने की प्रक्रिया शुरू की गई.
मथुरा न्यूज़ डेस्क