Mathura दुबई में हुई दोस्ती, भारत आकर किया धंधा शुरू, पकड़े चारों ड्रग तस्करों का किया पुलिस ने चालान, मुख्य सरगना को तलाश पुलिस

उत्तरप्रदेश न्यूज़ डेस्क यमुना एक्सप्रेस वे पर मांट टोल के समीप इलाका पुलिस और एंटी नारकोटिक्स टॉक्स फोर्स आगरा यूनिट द्वारा 50 किलो चरस समेत पकड़े आरोपियों को जेल भेज दिया गया. उनसे पूछताछ में काफी अहम सुराग मिले हैं. इनके गिरोह के अन्य सदस्यों की तलाश की जा रही है. सीओ एएनटीएफ इमरान खान ने बताया कि बिहार के चंपारण जिले निवासी दीपेन्द्र और नूर अहमद की दुबई में मुलाकात हुई थी.
पूछताछ में नूर अहमद ने बताया कि दुबई में वह टैक्सी चलाता था. वहीं उसकी मुलाकात चंपारण, बिहार निवासी दीपेन्द्र से हुई थी. करीब ढाई वर्ष पहले दोनों अपने घर आ गये. यहां दोनों ने अधिक पैसा कमाने का रास्ता ड्रग तस्करी करने का पकड़ा. दोनों ने तस्करी में काम के लिये लखनऊ से टाटा सफारी खरीदी थी. यहां आकर इन्होंने आबिद को अपने साथ मिला लिया.
नेपाल के रास्ते भारत लाकर करते थे चरस की तस्करी पुलिस लाइन सभागार में एसपी क्राइम अवनीश मिश्रा, सीओ एएनटीएफ आगरा यूनिट इरफान खान ने बताया कि पकड़े गये शातिर ड्रग तस्कर गिरोह सदस्य मोहम्मद शाहिद, नूर आलम, नूर अहमद निवासीगण चमरौली, दरियाबाद, बाराबंकी व आबिद निवासी खेता सराय, थाना टिकैत नगर, बाराबंकी से पूछताछ में काफी अहम सुराग मिले हैं. गिरोह का मुखिया नूर अहमद है. वह अपने साथी आबिद के साथ नेपाल से चरस लाकर विभिन्न स्थानों पर सप्लाई करते थे.
गंध रोकने को गाड़ी में छिड़कते थे परफ्यूम सीओ एएनटीएफ ने बताया इनकी गाड़ी से बहुत बेहतरीन इत्र, परफ्यूम की शीशी मिली है. इस बारे में पूछताछ में पकड़े शातिरों ने बताया कि चरस की गंध न आये इसके चलते वह अपनी गाड़ी में बहुत तीक्ष्ण खुशबूदार इत्र-परफ्यूम छिड़कते थे.
इनके खिलाफ होगी गैंगस्टर की कार्रवाई सीओ एएनटीएफ इमरान खान ने ड्रग तस्कर गैंग के खिलाफ गैंगस्टर की कार्रवाई की जाएगी. इस दौरान इनके द्वारा अवैध तरीके से अर्जित की गयी संपत्ति की जानकारी कर उसे कुर्क किया जायेगा.
गिरफ्तारी करने वाली टीम इंस्पेक्टर एएनटीएफ आगरा यूनिट पवन कुमार शर्मा, हेड कांस्टेबल आशीष शुक्ला, अवनीश कुमार, कांस्टेबल वसीम अकरम, प्रेमनरायन, प्रेमचंद्र, कृष्णदेव, नवीन कुमार, मुनेश, सर्विलांस टीम, एएनटीएफ एसआई राजेश मिश्रा, हेड कांस्टेबल जुबैर खान, थाना मांट प्रभारी निरीक्षक प्रदीप कुमार यादव, उप निरीक्षक धीरज कुमार, कांस्टेबल राहुल देव, अंकित कुमार, संजय मलिक, आशुतोष आदि थे.
जी-20 की मीटिंग के चलते पिछले पखवाड़े से बंद था काम
सीओ एएनटीएफ इमरान खान ने बताया कि पूछताछ में आरोपियों ने बताया कि जी-20 के चलते इस माल की सप्लाई सप्ताह भर लेट हो गयी. वह इसे पहले ला रहे थे, लेकिन दिल्ली में जी-20 की मीटिंग होने के चलते हर ओर पुलिस का पहरा था और सघन चेकिंग चल रही थी. इसलिए पिछले करीब एक पखवाड़े से काम बंद था.
नूर को एक डिलीवरी के मिलते थे एक से डेढ़ लाख
मोबाइल पर लोकेशन दी जाती थी, लोकेशन पर पहुंचने पर उनसे कोई अनजान व्यक्ति उन चारों लोगों को गाड़ी से उतार कर गाडी ले जाता था. एक डिलीवरी सकुशल पहुंचाने पर नूर को डेढ़ लाख रुपया मिलता है.
पुलिस करेगी अब सरगना की तलाश
करोड़ों का मादक पदार्थ पकड़े जाने के बाद कई अन्य एजेंसी भी सक्रिय हो गई हैं, एसओजी, एलआईयू ने आरोपियों से लम्बी पूछताछ की, वहीं एसटीएफ भी सक्रिय हो गई है.
कई राज्यों में सप्लाई होती थी चरस
सीओ मांट रविकांत पाराशन ने बताया कि नूर अहमद साथियों के साथ गाडी से जहां की भी लोकेशन मिलती थी वहां माल सप्लाई करता था. इसके बाद नूर चंपारण में दीपेन्द्र के साथ गाड़ी को छोड़ कर आता था. चरस लदी गाड़ी को पश्चिम उप्र, हरियाणा, राजस्थान, पंजाब में सप्लाई करते थे. अब तक वह सात-आठ बार माल सप्लाई कर चुके थे. पकड़े गये आरोपियों में से नूर आलम, मो. शाहिद सऊदी अरब में नौकरी करते थे. दोनों ने भारत आकर इस धंधे में कदम रखा.
मथुरा न्यूज़ डेस्क