Mathura सावधान! ई-रिक्शा सवार लुटेरे सुनसान स्थान पर यात्रियों को बना रहे शिकार
![चोरों ने कर दी शर्मनाक हरकत, पहले युवक से लुट लिए सारे पैसे फिर काट डाला चाकू से प्राइवेट पार्ट](https://samacharnama.com/static/c1e/client/79965/uploaded/260f6b6f4f9999f7e2e4e6124b5d3db9.jpg?width=730&height=480&resizemode=4)
उत्तरप्रदेश न्यूज़ डेस्क गाड़ियों पर सवारी बनकर बैठने वाले बदमाशों के गिरोह ने शहर में फिर लूटपाट शुरू कर दी है. इस बार गिरोह का सरगना सऊदी अरब से आया युवक है जो ई-रिक्शा पर अपने साथियों को सवारी बनाकर बैठाता, फिर यात्रियों को गुलाला घाट के पास लूट लेता. सवारियों को कोई शक न हो, इसके लिये वह अलग-अलग स्थान पर अपने साथियों को ई-रिक्शा पर बैठाता, फिर सूनसान स्थान पर लूट लेता था. अगर कोई विरोध करता तो उसे चाकू दिखाकर चुप करा देते थे.
ठाकुरगंज पुलिस ने इस गिरोह के बदमाशों को गिरफ्तार कर यह खुलासा किया है. गिरोह ने अभी घटनाएं ही स्वीकारी है हालांकि पुलिस का दावा है कि इन लोगों ने कई और वारदातें की है.
डीसीपी पश्चिम दुर्गेश कुमार ने बताया कि गिरफ्तार बदमाशों में हंसखेड़ा का जितेन्द्र गुप्ता, वजीरगंज का ई- रिक्शा चालक हर्ष सोनकर व उसका चचेरा भाई कैसरबाग बालदा कॉलोनी निवासी प्रिंस सोनकर है. इसमें गिरोह का सरगना सऊदी से आया जितेन्द्र गुप्ता है. इंस्पेक्टर श्रीकांत राय के मुताबिक इनके पास लूटे हुए छह मोबाइल, 2760 रुपये, व घटना में इस्तेमाल ई- रिक्शा बरामद हुआ है. कुछ साल पहले ऑटो और जीप में अपने साथियों को बैठाकर यात्रियों को लूटने वाला गिरोह सक्रिया था, जिसने कई लोगों को निशाना बनाया था. पुलिस आरोहपयों से पूछताछ कर रही.
बिना नंबर वाले ई- रिक्शा से लूटते थे
लुटरे बिना नंबर के ई- रिक्शा से लूटपाट करते थे. जिससे उनकी पहचान न हो पाए. इन लोगों ने कुबूला कि अममून पुलिस ई-रिक्शा चेक नहीं करती है. पर, पीड़ित की सूचना पर पुलिस रात में ई-रिक्शा की चेकिंग शुरू कर देती थी. इसलिये ही वह लोग नम्बर नहीं डालते थे. सरगना जितेन्द्र गुप्ता कुछ महीने पहले ही सऊदी अरब से आया है. इसके बाद ई- रिक्शा ड्राइवर हर्ष और प्रिंस सोनकर को अपने गिराहे में शामिल किया. फिर तीनों लूटपाट करने लगे. घटना के बाद ही ये लोग बंटवारा कर लेते थे.
जो हड़बड़ी में रहता, उसे बिठाते थे
आरोपितों ने बताया की जो लोग हड़बड़ी में और अकेले रहते थे उसे ही ई-रिक्शा पर बिठाते थे. ई-रिक्शा पर बिठाने के बाद उससे बातचीत करते थे. इससे उसके परिवार के बारे में पता चल जाता था. शार्ट कट रास्ता बतातर उन्हें गुलाला घाट के पास ले जाते थे. इसके बाद उनके साथ लूटपाट कर भाग जाते थे.
मथुरा न्यूज़ डेस्क