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Mathura  के 26 उपकेंद्रों के  लाख लोगों को रुलाएगी बिजली

Moradabad आवास विकास बिजलीघर में शटडाउन, पांच घंटे बिजली गुल

उत्तरप्रदेश न्यूज़ डेस्क   इस बार गर्मी में  लाख आबादी को भीषण बिजली संकट से जूझना होगा. लेसा के 26 उपकेंद्रों पर सिंगल सोर्स सप्लाई की वजह से यहां ब्रेकडाउन, अंडरग्राउंड फाल्ट की सूरत में मरम्मत से पहले राहत नहीं मिलने वाली. यह नौबत तब है जबकि पावर कॉरपोरेशन ने लखनऊ को ह्यनो ट्रिपिंग जोनह्ण घोषित कर रखा है. इसके तहत ऊर्जा प्रबंधन ने वर्ष 2017 में सभी विद्युत उपकेंद्रों को दो ट्रांसमिशन लाइन से सप्लाई देने का काम शुरू किया था. फिर भी लौलाई, ओमेगा, निगोहां, अमेठी, समेसी, रहीमाबाद, मलिहाबाद तहसील, माल, रहमानखेड़ा, उतरेठिया ओल्ड, उतरेठिया न्यू, इंटीग्रल, इटौंजा, कठवारा, कुम्हरावां, साढ़ामऊ, मामपुर बाना, न्यू कैंपस, रैथा रोड, आरसीएम, एल्डिको, शालीमार समेत 26 उपकेंद्रों के पास सिंगल सोर्स सप्लाई है.

गोमतीनगर, चिनहट क्षेत्र के लौलाई, मंत्री आवास, विपिन खंड, विराज खंड, ग्वारी कलवर्ट उपकेंद्र के उपभोक्ता कई साल से बिजली संकट झेल रहे हैं. इससे निजात के लिए 72.50 करोड़ से बड़ा 220 केवी सतरिख रोड ट्रांसमिशन उपकेंद्र बनाया गया. लेसा ने लौलाई, ओमेगा, यूपीएसआईडीसी उपकेंद्र के लिए 33 केवी नई लाइन बनाए जाने का प्रस्ताव भेजा. इसमें लौलाई, विराजखंड पर काम शुरू हुआ, लेकिन अभी पूरा नहीं हो सका. इसके अलावा अन्य उपकेंद्रों पर अभी तक काम शुरू नहीं हो पाया है. विभागीय अधिकारियों के मुताबिक एक उपकेंद्र से करीब 30 हजार आबादी को बिजली सप्लाई मिलती है. ऐसे में 26 उपकेंद्रों से करीब  लाख आबादी को गर्मियों में बिजली संकट झेलना पड़ेगा.

न्यू कैंपस, प्रियदर्शनी सहित अन्य उपकेंद्रों को डबल सोर्स के लिए प्रस्ताव है, लेकिन बजट नहीं मिला है. इस वजह से डबल सोर्स लाइन नहीं बन सकी.

- सुनील कपूर, मुख्य अभियंता, लेसा ट्रांस-एक

 

 

मथुरा न्यूज़ डेस्क

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