Samachar Nama
×

वीडियो में देखें नए साल से पहले काशी, मथुरा और अयोध्या में श्रद्धालुओं का सैलाब, वृंदावन में पैर रखने की जगह नहीं, महाकुंभ जैसे हालात

वीडियो में देखें नए साल से पहले काशी, मथुरा और अयोध्या में श्रद्धालुओं का सैलाब, वृंदावन में पैर रखने की जगह नहीं, महाकुंभ जैसे हालात

नए साल के स्वागत से पहले देश के प्रमुख धार्मिक शहर काशी, मथुरा और अयोध्या में श्रद्धालुओं का सैलाब उमड़ पड़ा है। लाखों की संख्या में भक्तों के पहुंचने से हालात महाकुंभ जैसे बन गए हैं। मंदिरों और धार्मिक स्थलों के आसपास भारी भीड़ के कारण प्रशासन और मंदिर प्रबंधन को विशेष व्यवस्थाएं करनी पड़ रही हैं। गलियों से लेकर मुख्य मार्गों तक हर जगह श्रद्धालुओं की कतारें नजर आ रही हैं।

उत्तर प्रदेश के काशी विश्वनाथ धाम में हालात सबसे ज्यादा चुनौतीपूर्ण बने हुए हैं। बाबा विश्वनाथ के दर्शन के लिए मंदिर के बाहर करीब 2 किलोमीटर तक लंबी लाइनें लगी हैं। प्रशासन के मुताबिक, अकेले काशी में करीब 3 लाख श्रद्धालु दर्शन के लिए पहुंचे हैं। बीते एक हफ्ते में काशी विश्वनाथ धाम में 20 लाख से अधिक भक्तों ने दर्शन किए हैं। स्थानीय लोगों का कहना है कि ऐसा नजारा उन्होंने केवल सावन के सोमवार या महाकुंभ के दौरान ही देखा था।

मथुरा-वृंदावन में भी श्रद्धालुओं की भारी भीड़ उमड़ पड़ी है। मथुरा में करीब 2 लाख श्रद्धालु मौजूद हैं। वृंदावन की संकरी गलियों में पैर रखने तक की जगह नहीं बची है। बांके बिहारी मंदिर, प्रेम मंदिर, इस्कॉन मंदिर सहित अन्य धार्मिक स्थलों पर दर्शन के लिए घंटों तक इंतजार करना पड़ रहा है। इसके अलावा बरसाना, नंदगांव और ब्रज क्षेत्र के अन्य प्रमुख तीर्थ स्थलों पर भी भक्तों की लगातार आवाजाही बनी हुई है।

भीड़ के भारी दबाव को देखते हुए बांके बिहारी मंदिर प्रबंधन ने श्रद्धालुओं से विशेष अपील की है। मंदिर प्रशासन ने 29 दिसंबर से 5 जनवरी तक श्रद्धालुओं से वृंदावन आने से परहेज करने को कहा है। प्रबंधन का कहना है कि अत्यधिक भीड़ के कारण दर्शन व्यवस्था प्रभावित हो सकती है और श्रद्धालुओं की सुरक्षा को भी खतरा हो सकता है।

अयोध्या में भी नए साल से पहले श्रद्धालुओं की संख्या में जबरदस्त इजाफा हुआ है। यहां करीब डेढ़ लाख श्रद्धालु राम मंदिर और हनुमानगढ़ी के आसपास मौजूद हैं। रामलला के दर्शन के लिए लंबी कतारें लगी हुई हैं, जो कई स्थानों पर 2 किलोमीटर तक पहुंच गई हैं। सुरक्षा व्यवस्था को देखते हुए पुलिस और प्रशासन अलर्ट मोड पर है। जगह-जगह बैरिकेडिंग की गई है और भीड़ नियंत्रण के लिए अतिरिक्त बल तैनात किया गया है।

प्रशासनिक अधिकारियों के अनुसार, श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए पेयजल, चिकित्सा और ट्रैफिक व्यवस्था को मजबूत किया गया है। ड्रोन कैमरों से भीड़ पर नजर रखी जा रही है, ताकि किसी भी आपात स्थिति से निपटा जा सके।

Share this story

Tags