
बिहार न्यूज़ डेस्क मांडर थाना क्षेत्र के मुड़मा गांव में असामाजिक तत्वों ने चार धर्मस्थलों की प्रतिमाओं को की रात खंडित कर दिया. एक धर्मस्थल के निर्माण के लिए भूमिपूजन कर गाडेथ गए झंडे को उखाड़कर फेंक दिया. इस घटना से आक्रोशित ग्रामीणों ने रांची-मेदिनीनगर मुख्य पथ को लगभग नौ घंटे तक जाम रखा. इससे सड़क के दोनों तरफ दो किलोमीटर तक वाहनों की कतार लग गई.
मुड़मा गांव का एक व्यक्ति सुबह मॉर्निंग वॉक पर जा रहा था. रास्ते में जब वह धर्मस्थल के सामने प्रणाम करने पहुंचा तो देखा कि वहां प्रतिमा खंडित पड़ी है. इसी बीच अन्य तीन धर्मस्थलों की प्रतिमाओं के भी तोड़े जाने की खबर गांव में फैल गई. लोग आरोपितों की गिरफ्तारी की मांग लेकर सुबह लगभग साढ़े पांच बजे रांची-मेदिनीनगर मुख्य पथ पर धरने पर बैठ गए. छह बार ग्रामीणों और एसडीओ दीपक कुमार दूबे व ग्रामीण एसपी मनीष टोप्पो के साथ वार्ता हुई परंतु वह बेनतीजा रही. नौ घंटे बाद लोग हटे.
देश में एक हजार आरओबी बनाने को मिली मंजूरी
रेलवे क्रासिंग पर होने वाले हादसों पर लगाम कसने के मकसद से रेलवे बोर्ड ने एक हजार रोड ओवर ब्रिज (आरओबी) और रोड अंडर ब्रिज (आरयूबी) बनाने की मंजूरी दे दी है. विभाग ने चालू वित्तीय वर्ष में 10 आरओबी-आरयूबी बनाने का लक्ष्य रखा है. इससे रेलवे क्रासिंग पर दुर्घटनाएं रुकने के साथ स्थानीय निवासियों को जाम से निजात मिलेगी.
रेलवे बोर्ड के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि 09-14 तक 3813 आरओबी-आरयूबी का निर्माण किया गया. इस प्रकार रेलवे क्रासिंग पर सालाना 763 आरओबी-आरयूबी बनाए गए. जबकि 14-23 के दौरान रिकार्ड 10,867 आरओबी बनाए गए. रेलवे ने इस अवधि में प्रति वर्ष आरओबी-आरयूबी बनाए. इसी क्रम में विभाग ने चालू वित्त वर्ष 23-24 के दौरान 10 आरओबी-आरयूबी बनाने का लक्ष्य रखा है.
1000 आरओबी बनाने की मंजूरी दे दी गई है और निर्माण कार्य शुरू कर दिया गया है. उन्होंने बताया कि रेलवे क्रासिंग पर बनाए जा रहे आरओबी-आरयूबी की डिजाइन में बदलाव किया गया है. इससे परेशानी कम होगी.
मधुबनी न्यूज़ डेस्क