बिहार न्यूज़ डेस्क कलेक्ट्रेट के सभागार में डीएम मनेश कुमार मीणा की अध्यक्षता में निति आयोग अन्तर्गत स्वास्थ्य विभाग के संबंधित इंडिकेटरो पर समीक्षात्मक बैठक की गई. बैठक में डीएम ने समीक्षा के क्रम में स्वास्थ्य योजनाओं की समीक्षा करते हुए लापरवाही बरतने वाले डीएम ने अमदाबाद, आजमनगर, बलरामपुर, हसनगंज, कोढ़ा, कदवा डंडखोरा एवं प्राणपुर के स्वास्थ्य प्रबंधक एवं प्रखण्ड सामुदायिक उत्प्रेरक के मानदेय पर रोक लगाने का निर्देश दिया गया.
मौके पर नीति आयोग अन्तर्गत स्वास्थ्य से संबंधित 13 इंडिकेटर पर कटिहार के तीन प्रखंड मनिहारी ,कुर्सेला एवं बलरामपुर को आकाक्षी प्रखण्ड में रखा गया है. मौके पर जिले में गर्भवती माताओं का एएनसी जांच के लिए निबंधन प्रथम तिमाही अन्तर्गत पंजीकरण के लिए निबंधित गर्भवती महिलाओं अन्तर्गत उपलब्धि में माह मई में कुल छह प्रखण्डों में आजमनगर 3 प्रतिशत, बलरामपुर में 39 प्रतिशत, बारसोई में 8 प्रतिशत,कुर्सेला में 24, प्राणपुर में 10प्रतिशत, समेली 16प्रतिशत के द्वारा कम उपलब्धि प्राप्त की गई. समीक्षा के क्रम में जिला पदाधिकारी ने संबंधित प्रखंड के स्वास्थ्य प्रबंधक और सामुदायिक उत्प्रेरक को लक्ष्य के प्रतिशत में सुधार लाने का सख्त निर्देश दिया. बैठक में समीक्षा के क्रम में यह बात सामने आयी है कि गर्भवती माताओं के पंजीकरण के विरूद्ध प्रसव पूर्व जॉच व गर्भवती माताओं के पंजीकरण के विरूद्ध प्रसव पूर्व जॉच में कुल नौ प्रखण्डों में लक्ष्य का अमदाबाद 6 प्रतिशत, डंडखोरा में 15 प्रतिशत, फलका में 9 प्रतिशत, सदर प्रखंड में 6 प्रतिशत, कुरसेला में 2 प्रतिशत और कोढ़ा में 19 प्रतिशत और प्राणपुर में 2 प्रतिशत और समेली प्रखंड में7 प्रतिशत कमी देखा गया है. है. इस उपलब्धि पर डीएम ने संबंधित प्रखण्ड स्वास्थ्य प्रबंधक एवं प्रखण्ड सामुदायिक उत्प्रेरक अपने प्रखण्ड अन्तर्गत कार्यरत सभी आशाओं का पंचायतवार प्रफॉरमेन्स की समीक्षा कर लापरवाही पर आशा के खिलाफ कार्रवाई करने का आदेश दिया. प्रभारी चिकित्ससा पदाधिकारी को डीएम ने कहा कि नियमित रूप से अनुश्रवण का कार्य अपनी अध्यक्षता में करेंगे.
मधुबनी न्यूज़ डेस्क