बिहार न्यूज़ डेस्क रानीपुर गांव स्थित धौस नदी में डूबी 11 वर्षीय इशरत प्रवीण का शव एसडीआरएफ की टीम ने 18 घंटे बाद नदी से बाहर निकालने में सफलता पायी. शव बाहर निकलते ही नदी किनारे इंतजार में बैठे परिजनों की चीत्कार से पूरे क्षेत्र में मातमी सन्नाटा छा गया.
घटनास्थल से करीब एक किमी दूर पाली गांव के पास की सुबह करीब नौ बजे शव बरामद किया गया. की शाम करीब तीन बजे बच्ची रानीपुर गांव के निकट स्नान करने के क्रम में डूब गई थी. झंझारपुर से एसडीआरएफ की नौ सदस्यीय टीम शाम में रानीपुर पहुंच गई थी. अंधेरा होने की वजह से रेस्क्यू का काम नहीं किया जा सका.
सुबह करीब आठ बजे में सीओ धर्मदेव चौधरी एवं अपर थानाध्यक्ष कंदन बक्सी की उपस्थित में रेस्क्यू का काम शुरू किया गया. घटना स्थल पर कुछ प्राप्त नहीं होने के बाद दोनो बोट पाली गांव की ओर रेस्क्यू करते हुए आगे बढ़ी. करीब एक किमी पर शव उपलाता हुआ बरामद किया गया. शव मिलते ही परिजन विलाप करने लगे. पुलिस शव को अपने कब्जे में लेकर पोस्टमॉर्टम में भेज दिया है.
शाम करीब तीन बजे बसैठ पंचायत के रानीपुर गांव के वार्ड 9 के मो जहीर की 11 वर्षीय पुत्री इशरत प्रवीण धौस नदी में डूब गई थी . गांव की तीन बच्चियां नदी में स्नान करने गई थी. दो बाहर आ गयी थीं. परंतु इशरत प्रवीण गहरी पानी में चले जाने से डूब गई. स्थानीय गोताखोर एवं ग्रामीणों के द्वारा खोजबीन करने के बाद लड़की का पता नहीं चलने पर सीओ धर्मदेव चौधरी ने एसडीआरएफ की टीम को बुलाया था.
मधुबनी न्यूज़ डेस्क