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Madhubani संसार पोखरा तक चौड़ी होगी सड़क

लाइफस्टाइल न्यूज डेस्क।। भारत के एक्सप्रेसवे ने अपने विशाल नेटवर्क के माध्यम से लोगों के यात्रा करने के तरीके को सरल बना दिया है। चाहे आप किसी दूसरे शहर के लिए कुछ किमी की यात्रा करें या हजारों किमी का लंबा रास्ता तय करें, एक्सप्रेसवे लोगों के लिए जीवन आसान बनाते हैं। प्रमुख शहरों को जोड़ने वाली ये आधुनिक सड़कें यात्रा के समय को काफी कम कर रही हैं और आर्थिक विकास, व्यापार और पर्यटन में भी योगदान दे रही हैं।  बड़े शहरों और क्षेत्रों को जोड़ने वाले इन एक्सप्रेसवे पर जाने के लिए अब आपको टैक्स भी देना होगा, इसलिए आज इस लेख के माध्यम से हम आपको उन एक्सप्रेसवे के बारे में बताने जा रहे हैं, जिनकी कीमत शायद आप नहीं जानते होंगे। बता दें, इनमें से कुछ एक्सप्रेसवे अभी बने हैं तो कुछ सालों पुराने हैं।  मुंबई पुणे एक्सप्रेस  मुंबई-पुणे एक्सप्रेसवे भारत का पहला छह-लेन कंक्रीट, हाई-स्पीड और टोल एक्सप्रेसवे था। आपको बता दें कि निर्माण के बाद मुंबई और पुणे के बीच यात्रा में काफी समय लगता है। इतना ही नहीं यह एक्सप्रेसवे पश्चिमी घाट के खूबसूरत नज़ारे के लिए भी जाना जाता है। टोल कीमतें: कार: रु. 320 मिनी बसें : 495 हेवी-एक्सल वाहन: 685 बसें: 940 बड़े ट्रक: 1,630-2,165   दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेसवे  दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेसवे 1,250 किमी लंबा एक्सेस-नियंत्रित एक्सप्रेसवे है, जिसके माध्यम से आप राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली से मुंबई तक आसानी से पहुंच सकते हैं। यह महत्वाकांक्षी परियोजना दो प्रमुख शहरों के बीच कनेक्टिविटी और व्यापार को बढ़ावा देगी। टोल दरें: हल्के वाहन (कारें): 500 वाणिज्यिक वाहन: 805 भारी वाहन (बसें और ट्रक): 1680   यमुना एक्सप्रेस वे  यमुना एक्सप्रेसवे 165 किमी लंबा एक्सप्रेसवे है जो ग्रेटर नोएडा को आगरा से जोड़ता है। यह भारत के सबसे लंबे छह-लेन एक्सप्रेसवे में से एक है और इससे दोनों शहरों के बीच यात्रा का समय काफी कम हो गया है। एक्सप्रेसवे पर कई टोल प्लाजा हैं. टोल दरें: छोटी कार/वैन: 437 हल्के वाणिज्यिक वाहन: 648 ट्रोलर्स: 2,729   अहमदाबाद वडोदरा एक्सप्रेस वे अहमदाबाद वडोदरा एक्सप्रेसवे, जिसे राष्ट्रीय एक्सप्रेसवे 1 (एनई1) के रूप में भी जाना जाता है, भारत के गुजरात राज्य में एक प्रमुख राजमार्ग के रूप में कार्य करता है। यह राज्य के दो प्रमुख शहरों अहमदाबाद और वडोदरा को जोड़ता है। एक्सप्रेसवे एक महत्वपूर्ण परिवहन लिंक के रूप में भी कार्य करता है, कनेक्टिविटी बढ़ाता है और इन दो शहरी केंद्रों के बीच यात्रा के समय को कम करता है। टोल दरें: अहमदाबाद से वडोदरा: 125 नडियाद से वडोदरा: 75 नडियाद से अहमदाबाद: 55 अहमदाबाद से आनंद: 75 आनंद से वडोदरा: 55   पूर्वांचल एक्सप्रेस वे पूर्वांचल एक्सप्रेसवे 343 किलोमीटर लंबा एक्सप्रेसवे है जिसका लक्ष्य लखनऊ को पूर्वी उत्तर प्रदेश में गाज़ीपुर से जोड़ना है। इसे क्षेत्रीय कनेक्टिविटी, व्यापार और विकास को बढ़ावा देने के लिए डिज़ाइन किया गया है। एक्सप्रेसवे अपने आधुनिक डिजाइन और बेहतर यात्रा अनुभव के लिए जाना जाता है। टोल दरें: कार, ​​जीप, वैन और अन्य हल्के वाहन: 675 हल्के वाणिज्यिक वाहन, मिनी बसें: 1,065 बसें, ट्रक: 2,145 मल्टी-एक्सल वाहन (एमएवी) (3 से 6 एक्सल), भारी निर्माण मशीनरी, जियो-मूविंग उपकरण: 3,285 7 या अधिक एक्सल वाले वाहन: 4,185   मुंबई नागपुर एक्सप्रेस वे मुंबई नागपुर एक्सप्रेसवे, जिसे समृद्धि महामार्ग के नाम से भी जाना जाता है, 701 किलोमीटर लंबा एक्सप्रेसवे है जो मुंबई को महाराष्ट्र में नागपुर से जोड़ता है। इसे विकास को बढ़ावा देने, सड़क परिवहन और कनेक्टिविटी में सुधार के लिए डिज़ाइन किया गया है। टोल दरें: कारें, जीपें: 1,212 हल्के माल वाहन, मिनी बसें: 1,955 बस, ट्रक: 4,100 तीन एक्सल वाहन - 3 एक्सल ट्रक: 4,472 भारी निर्माण मशीनरी: 6,435 बड़े वाहन: 7,830   आगरा लखनऊ एक्सप्रेस वे आगरा-लखनऊ एक्सप्रेसवे आगरा को लखनऊ से जोड़ने वाला 302 किमी लंबा एक्सप्रेसवे है। इससे दोनों शहरों के बीच यात्रा का समय कम हो गया है और उत्तर प्रदेश में कनेक्टिविटी बढ़ गई है। एक्सप्रेसवे की लंबाई के साथ-साथ विभिन्न सुविधाएं हैं। टोल दरें: हल्के मोटर वाहन: 655 हल्के वाणिज्यिक वाहन: 10,35 बस/ट्रक: 2,075 भारी निर्माण मशीनरी: 3,170 बड़े वाहन: 4,070

बिहार न्यूज़ डेस्क  सीतामढ़ी के कर्पूरी चौक से बेनीपट्टी के संसार पोखरा तक एसएच 52 सड़क की उन्यन कर 10 मीटर चौड़ीकरण किया जाएगा. भारतमाला योजना के तहत बनने वाली सड़क पर दवाब बढ़ने की संभावना को देखते हुए पथ निर्माण विभाग ने इस योजना की मंजूरी दी है.

अगले वित्तीय वर्ष में इस पर काम शुरू होने की संभावनाएं व्यक्त की गई है. रामायण सर्किट से जुड़े भारतमाला योजना के तहत बनने वाली फोरलेन सड़क पर दवाब बढ़ने की संभावनाओ को देखते हुए इसकी स्वीकृति प्रदान की गई है. सड़क उन्यन को लेकर प्रशासनिक स्वीकृति दिया जा चुका है. अगले वित्तीय वर्ष में इसपर काम शुरू किया जाएगा. भारतमाला योजना के तहत सड़क का निर्माण कार्य दो फेजों में बांट कर किया जा रहा है. एक फेज साहरघाट से बेनीपट्टी होते हुए आगे की ओर जाएगी जो संसार पोखरा के निकट एसएच 52 सड़क को छूता है. सड़क चौड़ीकरण की अंतिम छोड़ यही पर भारतमाला से जुड़ेगा जो सीतामढ़ी की ओर से आने वालों के लिए फोरलेन से संपर्क करेगा. मां सीता की जन्म स्थली जाने का एक नया मार्ग मिलेगा. इस सड़क के चौड़ीकरण से मां जानकी की जन्मस्थली पुनौराधाम तक जाने के लिए नया मार्ग प्रशस्त होगा.

फोरलेन सड़क से आनेवाले दर्शनार्थी को भाया बेनीपट्टी-पुपरी होते हुए पुनौराधम तक जाने का एक नया मार्ग मिलेगा. आरडब्लूडी के कार्यपालक अभियंता रामाशीष पासवान ने बताया कि इस योजना की स्वीकृति पथ निर्माण विभाग से हुई है. योजना पर अगले वित्तीय वर्ष से कार्य प्रारंभ होने की संभावनाएं है.

 

मधुबनी न्यूज़ डेस्क

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