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Madhubani आग से दो परिवारों के घर राख, मवेशी झुलसी

बिहार न्यूज़ डेस्क ग्राम विषहरिया में आग लगने से दो परिवारों का घर जलकर राख हुआ. आगलगी में हजारों रुपए की संपत्ति जलकर नष्ट होने का अनुमान लगाया जा रहा है. घटना के बारे में बताया जाता है कि विषहरिया पंचायत के वार्ड संख्या 5 में  दोपहर करीब 3 बजे भीषण आग लगने से सुभाष चंद्र यादव और निरंजन यादव का घर पूरी तरह जलकर राख हो गया.

आग इतनी भयावह थी कि स्थानीय ग्रामीणों ने तुरंत अग्निशमन केंद्र को सूचित किया. दमकल की टीम ने मौके पर पहुंचकर काफी मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया. इस घटना में एक गाय की जलकर मौत हो गई, जबकि दो गायें बुरी तरह झुलस गईं. यह हादसा परिवार के लिए गहरा सदमा साबित हुआ है. घटना की जानकारी पर पहुंची राजस्व कर्मचारी ममता कुमारी ने बताया कि मामले की जांच की जा रही है और पीड़ित परिवारों को जल्द से जल्द मुआवजा दिलवाने की प्रक्रिया शुरू की जाएगी. घटनास्थल पर पहुंचे पंचायत के मुखिया अभिनंदन प्रसाद सिंह, सरपंच अरुण ठाकुर, और समाजसेवी महेश्वरी प्रसाद यादव ने घटना पर गहरी चिंता जाहिर की. उन्होंने सरकार से पीड़ित परिवारों के लिए शीघ्र और उचित सहायता की मांग की. पूरे गांव में शोक का माहौल है.

पैथोलॉजी को इक्वास का प्रमाण पत्र

पूर्व की तरह सदर अस्पताल में रोगियों के ब्लड सैंपल का कलेक्शन और जांच गुणवत्ता के किया जा रहा है. सदर अस्पताल के उपाधीक्षक डॉ. आशा शरण ने बताया कि बिहार सरकार द्वारा चलाए जा रहे गुणवत्ता यकीन कार्यक्रम के तहत लैब में जांच के गुणवत्ता सुनिश्चित करने हेतु सीएमसी वेल्लोर के साथ पंजीकरण किया गया है.

जिसमें सीएमसी वेल्लोर द्वारा प्रत्येक माह सदर अस्पताल कटिहार के पैथोलॉजी लैब को जांच हेतु सैंपल भेजा जाता है. इस सैंपल को लैब टेक्नीशियन मशीन के द्वारा जांच कर प्राप्त रिपोर्ट को सीएमसी वेल्लोर के वेब पोर्टल पर अपलोड करता है . उक्त रिपोर्ट के आधार पर सीएमसी वेल्लोर द्वारा विश्लेषण कर प्रत्येक माह रिपोर्ट भेजी जाती है. जिससे यह पता लगाना आसान हो जाता है कि मशीन द्वारा प्राप्त रिपोर्ट सही है या नही, यह प्रक्रिया एक वर्ष तक लगातार चलता रहता है . इसके बाद सीएमसी वेल्लोर लैब को सर्टिफिकेट प्रदान करती है. प्रक्रिया का पालन सदर अस्पताल ने भी किया है. तत्पश्चात सीएमसी वेल्लोर द्वारा एदअर सर्टिफिकेट प्रदान किया गया. उपाधीक्षक ने बताया कि जिससे सुनिश्चित होता है कि लैब में जांच की जाने वाली मरीजों के प्रति विश्वास बने ताकि बिना किसी संदेह का मरीज अपना खून जांच करा सके. सिविल सर्जन डॉ. जितेंद्र नाथ सिंह ने बताया कि जांच को बेहतर बनाने को अस्पताल प्रशासन प्रयासरत है.

 

मधुबनी  न्यूज़ डेस्क

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