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Madhubani संस्कृति-कृषि पद्धति ने देश का बढ़ाया मान राज्यपाल

Indore खाद, बीज व कीटनाशक विक्रेताओं ने लिया संकल्प- बेचेंगे श्रेष्ठ सामान, जागरूक कृषि आदान विक्रेता संघ का प्रथम सम्मेलन संपन्न

बिहार न्यूज़ डेस्क  राज्यपाल राजेन्द्र विश्वनाथ आर्लेकर ने कहा है कि विरासत में मिली संस्कृति व कृषि पद्धति ने देश का मान बढ़ाया है. इसके लिए स्व संस्कृति, स्व विचार व स्व पद्धति को बढ़ावा देना समय की मांग है. इसमें प्राकृतिक कृषि एक बेहतर विकल्प है. इसके लिए कृषि की चुनौतियों के बीच किसानों को केन्द्र में रखकर उनकी आर्थिक समृद्धि के साथ मृदा संतुलन, मानव स्वास्थ्य व फसल उत्पादन बढ़ोतरी की दिशा में मजबूती से आगे बढ़ने की जरूरत है.

वे डॉ. राजेन्द्र प्रसाद केन्द्रीय कृषि विवि के विद्यापति सभागार में बदलते जलवायु परिदृश्य में प्राकृतिक खेती और उसके महत्व पर आयोजित दो दिवसीय कार्यशाला के उद्घाटन सत्र में कृषकों, वैज्ञानिकों व छात्रों को संबोधित कर रहे थे.

उन्होंने कहा कि कार्यशाला व चिंतन-मंथन एक सशक्त कड़ी की भूमिका निभायेगा. जरूरी है इसे बच्चों की शिक्षा में शामिल करने के साथ इससे जुड़े लोगों तक इसके लाभ को पहुंचाने की.

उन्होंने कहा कि किसानों की आय दोगुनी करने की पीएम के महत्वाकांक्षी प्रयास में प्राकृतिक खेती बेहतर कदम है. उन्होंने कहा कि वर्ष 47 तक विकसित भारत के सपने को साकार करने में कृषि समेत चहुंमुखी विकास की जरूरत है. किसानों को सही मार्गदर्शन में वैज्ञानिकों की भूमिका अहम है.

7 करोड़ की चरस संग 3 धराये

सुप्रिया रोड और बस स्टैंड में  देर शाम में पुलिस ने छापेमारी कर सात करोड़ की चरस के साथ तीन तस्करों को गिरफ्तार किया है. तस्कर नेपाल से चरस लेकर बेतिया पहुंचे थे. पुलिस अधीक्षक अमरकेश डी ने बताया कि एसडीपीओ विवेक दीप के नेतृत्व में पुलिस ने दो जगहों पर छापेमारी कर 35.766 किलो चरस जब्त की है.

 

मधुबनी  न्यूज़ डेस्क

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