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Madhubani वित्तीय अनियमितता की कराएं उच्चस्तरीय जांच, ललित नारायण मिथिला विश्वविद्यालय परिसर में आधा दर्जन छात्र संगठनों ने किया प्रदर्शन, जमकर की नारेबाजी
 

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बिहार न्यूज़ डेस्क  ललित नारायण मिथिला विवि में  करीब आधा दर्जन छात्र संगठनों ने आक्रोश मार्च निकाला और विवि परिसर में सभा कर प्रदर्शन किया. आंदोलन विवि में वित्तीय अनियमितता की जांच, वर्तमान कुलपति व पूर्व कुलसचिव सहित उनके कार्यकाल के अन्य पदाधिकारियों के कामकाज की जांच तथा गोपनीय कार्यों में रिटायर्ड शिक्षाकर्मी के हस्तक्षेप के विरोध में किया गया.


आंदोलन में छात्र संगठन आइसा, एआईएसएफ, छात्र राजद, एनएसयूआई एवं छात्र जदयू के कार्यकर्ता शामिल थे. सभी छात्र संगठनों के कार्यकर्ता केंद्रीय पुस्तकालय परिसर में जुटे और वहां से नारेबाजी करते हुए विवि मुख्यालय तक आक्रोश मार्च निकाला. मार्च का नेतृत्व एआईएसएफ के राज्य सह सचिव शरद कुमार सिंह, आइसा जिलाध्यक्ष प्रिंस राज, छात्र राजद के पूर्व अध्यक्ष रजनीश यादव व एनएसयूआई के विवि अध्यक्ष प्रह्लाद कुमार ने किया. विवि मुख्यालय पहुंचने पर आक्रोश मार्च सभा में तब्दील हो गया.
आइसा जिला सचिव मयंक कुमार यादव, एआईएसएफ के जिलाध्यक्ष शशि रंजन सिंह, छात्र राजद के विवि अध्यक्ष अभिषेक कुमार राम व एनएसयूआई के नजीमुल्लाह की संयुक्त अध्यक्षता में आयोजित सभा में वक्ताओं ने अपनी मांगों को जोरदार तरीके से रखा. आंदोलन में संदीप कुमार, मिथिलेश कुमार, दीपक कुमार, किशुन कुमार, हम्माद हाशमी, कृष्णा यादव, पीयूष राज, माधव यादव, नागमणि कुमार, समीर, अल्फाज, कबीर उद्दीन, शोहिल खान, इमरान खान, रवि शंकर, अभि झा, निखिल कुमार, अखलेश कुमार, जितेन्द्र कुमार, विकास कुमार यादव, रवि कुमार सिंह, प्रशांत कुमार, निशांत कुमार, विकास मुखिया, राजा साही, सौरभ कुमार, सुधीर कुमार, शंकर कुमार, अजय कुमार, आदित्य कुमार, मंटू, मो. लक्की, ओमप्रकाश पासवान, मो. साजिद, मो. रेहान फजल, ओमप्रकाश झा, प्रशांत यादव, मो. नूर सहित छात्र संगठनों के कई कार्यकर्ता शामिल रहे. अंत से छात्र नेताओं ने कुलपति के जाने तक आंदोलन को और उग्र करने की बात कही.
रिटायर्ड शिक्षक की भूमिका पर उठे सवाल छात्र नेताओं ने कहा कि कुलपति व पूर्व कुलसचिव के तीन साल के कार्यकाल में व्यापक पैमाने पर वित्तीय अनियमितताओं को अंजाम दिया गया है. छात्र नेताओं ने विवि की गोपनीय बैठकों में रिटायर्ड शिक्षक डॉ. अवनि रंजन सिंह के शामिल होने पर भी आपत्ती जताते हुए सवाल उठाए. कहा कि विवि प्रशासन के कामकाज में रिटायर्ड शिक्षक को खुली छूट से अनियमितताओं को बल मिला है.
विवि के सभी बैंक खातों का ऑडिट करान की मांग छात्र संगठनों के नेताओं ने विश्वविद्यालय के सभी बैंक खातों का ऑडिट कराने की मांग करते हुए कहा कि विवि प्रशासन को छात्रों की परेशानी से कोई लेना-देना नहीं रहा है. विवि में अधिकारियों की मनमानी चरम पर है.

मधुबनी न्यूज़ डेस्क
 

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