Lucknow यूपी के 53 औद्योगिक क्षेत्रों में सोलर रूफ टॉप प्लांट लगाएगा यूपीसीडा
उत्तरप्रदेश न्यूज़ डेस्क उत्तर प्रदेश राज्य औद्योगिक विकास प्राधिकरण ने कानपुर की तर्ज पर प्रदेश के 53 औद्योगिक क्षेत्रों में सोलर रूफ टॉप ऑनग्रिड प्लांट की स्थापना का निर्णय लिया है. उत्तर प्रदेश सौर ऊर्जा नीति के तहत ग्रीन एनर्जी की यह पहल होने जा रही है. इसके जरिए जहां 2,000 किलोवाट की विद्युत बचत होगी वहीं ग्रिड को भी प्लांटों से बिजली मुहैया होगी.
कानपुर में लखनपुर स्थित यूपीसीडा के मुख्यालय में 89.98 लाख की लागत से 150 किलोवाट का सोलर रूफ टॉप ऑनग्रिड प्लांट स्थापित किया गया है. इसके जरिए इस वर्ष सात महीने में 27.35 लाख की बिजली बचाई गई है. यूपीसीडा का कहना है कि इस सोलर प्लांट की समय सीमा अवधि 25 वर्ष है. अगले 23 वर्षों में प्लांट से 1104 लाख रुपये की बचत होगी. अब यूपीसीडा ने अपनी ग्रीन एनर्जी पहला का विस्तार करेगा. औद्योगिक क्षेत्रों के प्रशासनिक भवनों, नागरिक केंद्रों, कॉमन फैसिलिटी सेंटर (सीएफसी), ट्रांजिट हॉस्टल, कॉमन एफ्लुएंट ट्रीटमेंट प्लांट्स (सीईटीपी) और क्षेत्रीय प्रबंधक कार्यालयों पर सोलर रूफटॉप प्लांट्स लगाने का प्रस्ताव रखा है.
सर्वेक्षण में ये क्षेत्र चिह्नित
यूपीनेडा की सहायता से किए गए सर्वेक्षण में यूपीसीडा के लिए 53 महत्वपूर्ण स्थान चिह्नित किए गए हैं. इनमें एमजी रोड (हापुड), बेगराजपुर (सिकंदराबाद), सूरजपुर साइट-बी (गौतम बुद्ध नगर), साइट 5 कासना (सूरजपुर), सिकंदराबाद (बुलंदशहर), ईपीआईपी कासना, टीडीएस सिटी (बागपत), फाउंड्री नगर (आगरा), कोसी कोटवान (मथुरा), भोगांव (आगरा), चिनहट (लखनऊ), रायबरेली, संडीला (हरदोई), कुर्सी रोड (बाराबंकी), जैनपुर (कानपुर देहात), मलवान (फतेहपुर), नैनी (प्रयागराज), करखियाव (वाराणसी), बरगढ़ (चित्रकूट), उन्नाव, बंथर, परसाखेड़ा (बरेली), गजरौला-2 (जेपी नगर) और शाहजहांपुर शामिल हैं.
केंद्र एवं यूपी सरकार की सौर ऊर्जा नीति के अनुरूप प्राधिकरण मुख्यालय कानपुर समेत समस्त क्षेत्रीय कार्यालयों व परियोजना में भी सोलर रूफटॉप प्लांट स्थापित जल्द शुरू करेगा. इससे विद्युत बिल कम होंगे.
मयूर माहेश्वरी, सीईओ यूपीसीडा
लखनऊ न्यूज़ डेस्क