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Lucknow  गाजीपुर में निर्माणाधीन सड़क से जुड़े दस्तावेजों पर मची रार
 

परसरमा से अररिया तक 105 किमी फोरलेन सड़क बनेगी


उत्तरप्रदेश न्यूज़ डेस्क  गाजीपुर जिले में लोक निर्माण विभाग द्वारा बनाए जा रहे एक सड़क को लेकर जखनिया विधायक बेदी राम और विभागीय इंजीनियरों के बीच मची रार की खबर सरकार व शासन तक पहुंच गई है. विभिन्न माध्यमों से इसकी जानकारी मिलने पर मंत्री जितिन प्रसाद ने मुख्य अभियंता वाराणसी से इस प्रकरण में रिपोर्ट तलब की है.

मामला पिछले तीन-चार दिनों से गाजीपुर की स्थानीय मीडिया में सुर्खियों में है. विधायक और जेई के बीच सड़क निर्माण से जुड़े मेजरमेंट बुक व इस्टीमेट मुहैया कराने पर हुई बहस का आडियो भी वायरल है. इन विवादों के बीच निर्माणाधीन शादियाबाद-जखनिया मार्ग पर किसी ने डीजल डालकर निर्माण कार्य की गुणवत्ता खराब करने की कोशिश की. जिसमें जेई की तरफ से थाने में मुकदमे के लिए तहरीर दी गई है. हिन्दुस्तान से बातचीत में विधायक बेदी राम ने कहा कि निर्माणाधीन मार्ग पर गड्ढामुक्ति के दौरान 16 लाख रुपये का भुगतान किया गया. महज एक महीने बाद ही इस सड़क को नवीनीकरण में ले लिया गया. प्रमुख सचिव पीडब्ल्यूडी अजय चौहान का कहना है कि मामले में नियमानुसार कार्यवाही की जाएगी.
पुलिस में आधुनिक तकनीकी का प्रयोग जरूरी डीजीपी
डीजीपी डॉ. आरके विश्वकर्मा ने कहा कि पुलिस की कार्यप्रणाली में आधुनिकतम तकनीकी का उपयोग किया जाना जरूरी है. भविष्य की चुनौतियों को देखते हुए आने वाले वर्षों की कार्ययोजना तैयार कर खुद को तकनीकी रूप से और सक्षम बनाने की जरूरत है.
वह  पुलिस मुख्यालय में परिवीक्षाधीन आईपीएस अधिकारियों को संबोधित कर रहे थे. इससे पहले वर्ष 2020 और 2021 बैच के इन 15 प्रशिक्षु आईपीएस अफसरों ने प्राप्त प्रशिक्षण के संबंध में डीजीपी के सामने प्रस्तुतीकरण दिया. पुलिस अकादमी हैदराबाद से आधारभूत प्रशिक्षण प्राप्त कर चुके इन अफसरों को अब विभिन्न जिलों में प्रशिक्षण के लिए भेजा जाएगा. डीजीपी ने कहा कि किसी भी समस्या के समाधान के लिए तथ्यात्मक जानकारी के साथ-साथ उसका विश्लेषण भी आवश्यक है. सतत विकास की दिशा में कार्य करने के लिए हमेशा सीखते रहने की आवश्यकता है.


लखनऊ न्यूज़ डेस्क
 

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