
उत्तरप्रदेश न्यूज़ डेस्क उत्तर प्रदेश के सबसे बड़े गंगा एक्सप्रेस वे का निर्माण तो तेजी से चल ही रहा है. इसके साथ ही इसके किनारे औद्योगिक गलियारा विकसित करने की तैयारी भी है. एक्सप्रेसवे के आसपास फार्मा पार्क, टेक्सटाइल पार्क विकसित किए जाएंगे. एक्सप्रेसवे के शुरुआती छोर व आखिरी छोर पर भी बड़े औद्योगिक गलियारे बनाने की तैयारी है.
गंगा एक्सप्रेस वे हापुड़ से भी गुजरेगा. यहां फार्मा पार्क बनने की तैयारी है. प्रयागराज में एनएच-2 प्रयागराज बायपास पर खत्म होना है. वहां पहले से औद्योगिक गलियारा विकसित किया जा रहा है. यहां से एक्सप्रेसवे की निकटता का लाभ वहां लगने वाले उद्योगों को होगा. मेरठ, जहां से एक्सप्रेसवे की शुरुआत होनी है, वहां के प्रस्थान बिंदु के आसपास की जमीन को उद्योगों के लिए विकसित किया जाएगा. एक्सप्रेसवे को हरदोई से गुजरना है, जहां टेक्सटाइल पार्क के लिए जमीन तलाश ली गई है. एक्सप्रेसवे के किनारे शाहजहांपुर में वेयरहाउस विकसित किए जाएंगे. यहां से उपज आधारित उद्योगों को बढ़ावा मिलेगा. इसके अलावा इंडस्ट्रियल ट्रेनिंग इंस्टिट्यूट, चिकित्सा संस्थान भी खोलने की तैयारी है. सरकार जल्द उद्योगों के लिए जमीन विकसित करेगी.
अन्य एक्सप्रेसवे पर औद्योगिक गलियारे
पूर्वांचल एक्सप्रेसवे 12 जिलों से गुजरता है. यहां कुल 9172 हेक्टेयर जमीन उद्योगों के लिए ली जा रही है जबकि बुंदेलखंड क्षेत्र में डिफेंस कारीडोर बन रहा है. इसी के दायरे में बुंदेलखंड एक्सप्रेसवे है. जालौन व बांदा में इसके लिए जमीन विकसित की जा रही है. गोरखपुर लिंक एक्सप्रेसवे के किनारे भी औद्योगिक गलियारा विकसित होगा. इसके लिए 200 करोड़ रुपये का इंतजाम किया गया है.
लखनऊ न्यूज़ डेस्क