
उत्तरप्रदेश न्यूज़ डेस्क एसटीएफ ने फर्जी मृत्यु प्रमाण पत्र से लग्जरी कारे फाइनेंस कराकर करोड़ों हड़पने वाले गिरोह के सदस्य मुंशीलाल यादव को शाम बाराबंकी में गिरफ्तार कर लिया. वह कुर्सी इलाके में फैक्ट्री में नाम बदल कर काम कर रहा था. गिरोह का सरगना शुभम समेत छह लोग पहले ही जेल जा चुके हैं.
एसटीएफ के डिप्टी एसपी दीपक कुमार सिंह के मुताबिक मुंशीलाल मूल रूप से गोण्डा के कटरा नारायणपुर कला का रहने वाला है. वह अनवारी के इंडस्ट्रियल एरिया में एक कम्पनी में कार्यरत था. विभूतिखंड में दर्ज मुकदमे में वह नामजद था. इस मामले में उसकी तलाश की जा रही थी. ये गिरोह कई सालों से चौ पहिया वाहन से अपने साथियों के साथ विभिन्न कम्पनियों से गाड़ियां फाइनेंस कराते थे. कुछ दिन किश्त देकर वाहन मालिक का फर्जी मृत्य प्रमाण पत्र लगाकर बैंक लोन को खत्म करा देते थे. वाहन स्वामी के मृत होने पर लोन खाते को एनपीए कर दिया जाता है. इसके बाद गाड़ी को अपने रिश्तेदारों के नाम ट्रांसफर करा लेते थे. फिर इन गाड़ियों को ट्रांसपोर्ट कंपनी में लगाकर कमाई करते थे.
आरटीओ के दलाल व कर्मचारी की तलाश
एसटीएफ ने बताया कि आरटीओ के दो कर्मचारी और तीन दलाल इस गिरोह के सम्पर्क में थे. इनकी मदद से ही गिरोह आसानी से गाड़ियों को ट्रांसफर करा लेता था. मुंशीलाल ने इनके बारे में कई जानकारियां दी है. इस बारे में और जानकारी जुटायी जा रही है.
स्थायी वार्ता तंत्र का समापन,मांगों पर बनी सहमति
उत्तर रेलवे लखनऊ मंडल में उत्तरीय रेलवे मजदूर यूनियन की 2वीं दो दिवसीय स्थाई वार्ता तंत्र का समापन हो गया. दो दिवसीय वार्ता तंत्र में महत्वपूर्ण विषयों के साथ रेल कर्मियों के हित और कल्याण से जुड़े विभिन्न मुद्दों पर अधिकारियों और यूनियन के बीच विस्तार से चर्चा हुई. यूनियन ने अपनी मांगों से प्रशासन को अवगत कराया और प्रशासन ने मांगों को नियमानुसार पूरा करने का आश्वासन दिया गया.
इस मौके पर डीआरएम डॉ. मनीष थपल्याल, वरिष्ठ मंडल वाणिज्य प्रबंधक रेखा शर्मा और यूनियन के यूनियन के मंडल अध्यक्ष आरपी राव सहित अन्य पदाधिकारी मौजूद रहे.
लखनऊ न्यूज़ डेस्क