उत्तरप्रदेश न्यूज़ डेस्क उरई कोतवाली क्षेत्र की एक रेप पीड़िता ने दो सिपाहियों पर गैंगरेप का आरोप लगाते हुए प्रार्थना पत्र दिया है. पीड़िता का आरोप है कि बयान दर्ज कराने के बहाने सिपाहियों ने उससे दुष्कर्म किया. एसपी की जांच में सिपाहियों और पीड़िता की लोकेशन अलग-अलग मिली है. घटनास्थल पर लगे सीसीटीवी कैमरों में भी दोनों नहीं दिखे हैं. वहीं पीड़िता ने को मेडिकल के लिए भी मना कर दिया.
कोतवाली के एक मोहल्ले की युवती ने को एसपी को दिए शिकायती पत्र में आरोप लगाया था को मकान मालिक ने उससे रेप किया और जेवर लूट लिए. इस शिकायत की जांच व बयान के लिए 13 को दो सिपाहियों ने उसे गोपालगंज सब्जी मंडी के पास मिलने बुलाया. यहां से दोनों उसे एक कमरे में ले गए जहां उसके साथ दुष्कर्म किया.
एसपी डॉ. दुर्गेश कुमार ने बताया कि जांच अपर पुलिस अधीक्षक प्रदीप कुमार को दी गई है. जांच में पता चला कि पीड़िता के साथ रेप की घटना को अंजाम धीरज नाम के कार ड्राइवर ने दिया एफआईआर दर्ज कर ली गई है. देर शाम जब पीड़िता को मेडिकल के लिए भेजा गया तो उसने मेडिकल कराने से मना कर दिया. वहीं, युवती ने जिन दो सिपाहियों पर आरोप लगाया है उनकी घटना के समय लोकेशन अलग है. सीसीटीवी कैमरों में न तो पीड़िता का फुटेज मिला और न ही सिपाहियों का. आरोप निराधार लग रहे हैं.
लखनऊ न्यूज़ डेस्क