
उत्तरप्रदेश न्यूज़ डेस्क कृष्णानगर में किराये के मकान में रह रही सत्यभामा (25) की गला दबा कर हत्या कर दी गई. उसके शव से बदबू उठाने पर मकान मालकिन ने शाम को पुलिस को सूचना दी. ताला तोड़ कर पुलिस अंदर गई तो सत्यभामा मृत मिली. शरीर पर चोट के निशान नहीं मिले. कपड़े भी ठीक से शरीर पर थे. उसके साथ किराये पर रहने वाला प्रेमी मुमताज फरार है. शव देखकर दावा किया जा रहा है कि चार दिन पहले सत्यभामा की हत्या की गई है.
आलमबाग के लाइफ सिटी माल में सुरक्षा गार्ड सत्यभामा के भाई महेन्द्र ने इस मामले में मुमताज के खिलाफ हत्या का मुकदमा दर्ज कराया है. उसका आरोप है कि मुमताज ने उन्नाव में बहन से छेड़छाड़ की थी तो उसकी पिटाई कर दी गई थी. इसका बदला लेने के लिये उसने ही बहन से दोस्ती की और हत्याकर दी.
पिटाई से नाराज मुमताज ने हत्या कर बदला लिया
महेन्द्र ने पुलिस अफसरों को बताया कि मुमताज उन्नाव में उसके घर से करीब चार किमी. दूर ही रहता है. उसने कुछ समय पहले बहन से अभद्रता की थी. इस पर उन लोगों ने उसकी पिटाई कर दी थी और दोबारा ऐसा न करने की चेतावनी भी दी थी. महेन्द्र का कहना है कि इसका बदला लेने के लिये ही उसने साजिश रची. उसने सत्यभामा से दोस्ती की. फिर उसके साथ रहने लगा. इसके बाद उसकी हत्या कर दी और भाग निकला. उसने बताया कि सत्यभामा 13 नवम्बर की सुबह डयूटी की बात कह निकली थी.
मुमताज फरार मिला, घर वाले शाम से ढूंढ़ रहे थे
गेंदादेवी ने बताया कि उसके साथ अक्सर मुमताज ही यहां रहता था. पुलिस ने उसकी बहन रेनू और पिता मथुरा प्रसाद को सूचना दी गई. मथुरा प्रसाद और उसका बेटा महेन्द्र रिश्तेदारों के साथ लखनऊ पहुंचे. महेन्द्र ने बताया कि उन लोगों को यह नहीं पता कि सत्यभामा यहां कैसे रहने आ गई. उसने मानकनगर में कमरा ले रखा था. रेनू के पास शाम को उसका फोन आया था कि उससे मोबाइल छीन लिया गया है. इसके बाद से उसका कुछ पता नहीं चला. रेनू उसे शाम से ढूंढ़ रही थी.
दुर्गंध आने पर पुलिस को सूचना दी गई
आजादनगर के दामोदरनगर में गेंदादेवी के मकान में 11 नवम्बर को सत्यभामा किराये पर रहने आयी थी. गेंदा देवी की बेटी पूनम के मुताबिक पहले इस मकान में वह बहन रेनू के साथ एक महीने रह चुकी थी. इस बार उसने ढाई हजार रुपये महीने पर मकान लिया तो उसके साथ मुमताज नाम का युवक भी आया था. दूसरे दिन वह छोटी बहन के साथ दीपावली मनाने गांव चली गई थी. 13 नवम्बर को वह लौटी तो उसके साथ मुमताज था. 14 नवम्बर को उसके कमरे में बाहर से ताला लगा था. यहां चार अन्य किरायेदार भी थे. सबको लगा कि वह फिर उन्नाव के सफीपुर अपने घर चली गई होगी. उसके कमरे से तेज बदबू उठने लगी. इस पर पुलिस को सूचना दी गई. पुलिस ने दरवाजा तोड़ा तो अंदर सत्यभामा मृत मिली. डीसीपी विनीत जायसवाल, एसीपी विनय कुमार समेत कई अधिकारी पहुंचे.
दुराचार से इंकार किया
डीसीपी विनीत का कहना है कि सत्यभामा के शरीर पर चोट के निशान नहीं मिले है. रेप की बात सामने नहीं आ रही है. पोस्टमार्टम रिपोर्ट से ही मौत की वजह पता चलेगी. कमरे में कोल्ड ड्रिंक की बोतल व प्लेट में नमकीन मिली है.
लखनऊ न्यूज़ डेस्क