Lucknow नाले-नालियां बनाए ही नहीं,सड़क-भूखंड में भरा पानी गोमतीनगर जोन चार में नालों की स्थिति

उत्तरप्रदेश न्यूज़ डेस्क नगर निगम के जोन चार गोमतीनगर, गोमतीनगर विस्तार, चिनहट क्षेत्र के तमाम मोहल्लों-कॉलोनियों में नाले-नालियां ही नहीं हैं. खासकर विस्तारित क्षेत्र में तो बिल्कुल ही नहीं हैं. प्रॉपर्टी डीलरों ने जो कॉलोनियां विकसित की हैं, उनमें नाले बनाए ही नहीं. इसकी वजह से इन कॉलोनियों व मोहल्लों में बिना बारिश के ही सड़कों पर पानी बह रहा है. एलडीए की कॉलोनियों में नाले बने हैं लेकिन कूड़े-कचरे से पटे मिले. ऐसे में बारिश के दौरान तो इन इलाकों को तालाब बनने से कोई नहीं रोक पाएगा.
गोमतीनगर, गोमतीनगर विस्तार, भरवारा से लेकर चिनहट सहित कई इलाकों में नाले नालियों का मौका मुआयना किया. इस दौरान नालों की दशा काफी खराब मिली, जिसमें कूड़ा पटा मिला और नालियों में झाड़ियां उगी हुई मिलीं. विस्तारित क्षेत्र के भरवारा, चिनहट, मल्हौर क्षेत्र में प्रॉपर्टी डीलरों ने नाले-नालियां बनाए ही नहीं हैं. इससे यहां पानी का निकास ही नहीं है.
अवधपुरी, कौशलपुरी में भी नाले-नालियां नहीं हैं. कौशलपुरी में लोक निर्माण विभाग ने करीब 3 करोड़ से एक सड़क बनायी है. इसके दोनों किनारों पर नालियां बनायी हैं, लेकिन इसका कहीं निकास ही नहीं है. इसकी वजह से नालियों का पानी सड़क पर बहता है. अवधपुरी में भी सड़क पर पानी बहता हुआ दिखा. यहां सड़क के बड़े हिस्से में पानी बह रहा था. दोनों तरफ खाली प्लॉट में भी पानी भरा था. चिनहट क्षेत्र, मलेसेमऊ, कठौता क्षेत्र में भी नाले-नालियां नहीं बनी हैं.
गोमतीनगर के पुराने हिस्से में भी स्थिति खराब
गोमतीनगर विस्तार के ज्यादातर नाले कचरे से पटे
गोमतीनगर विस्तार के ज्यादातर इलाके कचरे से पटे पड़े थे. सेंट फ्रांसिस स्कूल के ठीक पीछे का नाला पूरी तरह से बंद है. इसमें झाड़ियां उगी मिलीं. तमाम जगह नाला टूटा था. इसमें कहीं से भी पानी निकलने की कोई जगह नहीं है. स्थानीय निवासियों ने बताया कि नाला जब से बना है, तभी से साफ नहीं हुआ है. इसी तरह सेक्टर एक के नाले भी जाम व बंद मिले. सेक्टर पांच व सेक्टर छह के भी सभी नाले जाम व कचरे से भरे मिले. यहां सफाई भी नहीं शुरू हुई है. सेक्टर पांच में नालियां गोबर से भरी हुई थीं. सिटी मान्टेसरी स्कूल के पास का नाला पूरा टूटा हुआ है.
जोन चार में एलडीए के गोमतीनगर के पुराने हिस्से की स्थिति भी अच्छी नहीं मिली. यहां लखनऊ विकास प्राधिकरण ने नाले नालियां तो बना रखी हैं लेकिन यह सब जाम मिले. विशालखण्ड और विपुलखण्ड के भूमिगत नाले की कुछ जगह सफाई जरूर हो रही थी, जबकि कुछ जगह नाले उसी तरह कचरे से पटे हुए थे. इस बारे में पूछने पर कर्मचारियों ने बताया कि उन्हें जो नाले साफ करने को कहे गए हैं, उन पर काम कर रहे हैं. दूसरे नालों के बारे में कोई जानकारी नहीं है. इसी तरह गोमतीनगर विस्तार के ही विजयंतखण्ड, विक्रांतखण्ड और विकल्पखण्ड में भी नाले नालियां जाम मिले. विभूतिखण्ड के भी सभी नाले नहीं साफ हुए हैं, जिससे इलाके में जलभराव की आशंका है. कठौता झील के आस-पास नाले की सफाई नहीं हुई है.
नाले नालियां बनाए नहीं गए हैं, जिससे जल निकासी नहीं हो पाती है. जलभराव से सड़कें खराब हो जाती हैं. राम रीख सिंह, रिटायर्ड इंस्पेक्टर, कौशलपुरी
पूरे क्षेत्र में नाले-नालियां नहीं हैं. प्रापर्टी डीलरों ने बनाए ही नहीं हैं. इससे बारिश में भीषण जलभराव होता है.
संजय कुमार द्विवेदी, भरवारा
जलभराव की वजह से सड़कें खराब हो जाती हैं. नगर निगम ने नाले-नालियां बनायी नहीं हैं. जो बनी हैं, वे कचरे से भरी हैं.
कमलेश विश्वकर्मा,भरवारा कौशलपुरी
गोमतीनगर विस्तार से सेक्टर छह में हमने स्वयं नाले की सफाई करायी है. बाकी नाले कचरे से भरे हैं. इनकी सफाई नहीं हो रही है. नीरज यादव, 6/157 गोमतीनगर विस्तार
जोन चार के नालों की सफाई का काम तेजी से चल रहा है. स्वास्थ्य विभाग के 144 नाले हैं. इन सभी की सफाई हो चुकी है. बाकी जहां शिकायत आ रही है, काम किया जा रहा है. इंजीनियरिंग के नाले ठेके से साफ कराए जा रहे हैं. जल्दी ही वे भी साफ हो जाएंगे.
पंकज शुक्ला, जोनल सेनेटरी अफसर, नगर निगम, जोन चार
लखनऊ न्यूज़ डेस्क