Lucknow की 241 खस्ताहाल इमारतों से बड़े हादसे का खतरा, नगर निगम ने बारिश से पहले जर्जर भवन स्वामियों को नोटिस जारी की थी, कुछ इमारतों को निगम ने बेहद खतरनाक बताया, नोटिस के बाद भी नहीं हुई कार्रवाई

उत्तरप्रदेश न्यूज़ डेस्क शहर की 241 जर्जर इमारतों को नगर निगम ध्वस्त नहीं कर रहा है. बारिश से पहले इन्हें केवल नोटिस जारी की जा रही है. शायद नगर निगम को और बड़े हादसे का इंतजार है. निगम ने सर्वे के बाद खुद इन इमारतों को खतरनाक बताते हुए मालिकों को ध्वस्त करने की नोटिस दी है. नोटिस में इन्हें खुद न तोड़ने पर नगर निगम भवन स्वामी के खर्चे पर तोड़ने की बात कही है, लेकिन इन्हें तोड़ा नहीं जा रहा है.
नगर निगम ने शहर के 241 भवन स्वामियों को नोटिस जारी की है. इन भवन स्वामियों के मकान जर्जर हैं. इनके गिरने से रहने वाले लोगों की जान माल का नुकसान हो सकता है. आस पास के लोग भी प्रभावित हो सकते हैं. नगर निगम ने इस वर्ष बारिश शुरू होने से पहले सर्वे के बाद इनकी सूची तैयार कराई थी. इसके बाद सभी भवन स्वामियों को नोटिस जारी की थी. सभी नगर अभियन्ताओं ने अपने स्तर से नोटिस भेजी. सभी को तत्काल जर्जर बिल्डिंग को ध्वस्त करने के लिए कहा गया था.
एक को छोड़कर को कोई बिल्डिंग नहीं गिरा पाया निगम नगर निगम भले ही हर साल जर्जर बिल्डिंग में रहने वालों को नोटिस देता है, लेकिन उन्हें गिरवाता नहीं है. इस वर्ष सिर्फ एक बिल्डिंग को ही गिराया गया था. अमीनाबाद क्षेत्र में सड़क की तरफ झुकी इस बिल्डिंग को नगर निगम के जेई किशोरीलाल ने खुद खड़े होकर गिरवाया. एक भी बिल्डिंग नहीं तोड़ी जा सकी है. नोटिस हर साल जारी होती है. साल दर साल यह सिलसिला चलता है, जर्जर इमारत और भी ज्यादा जर्जर होती जाती है पर उसे तोड़ा नहीं जाता.
लखनऊ न्यूज़ डेस्क