विधानसभा में उठा चंबल और मुकुंदरा में शूटिंग की अनुमति का मुद्दा, वीडियो में देखें विधायक ने सदन में लगाये आरोप

राजस्थान विधानसभा में मंगलवार को प्रश्नकाल के दौरान पर्यटन विकास से जुड़े मुद्दे को लेकर कोटा दक्षिण विधायक संदीप शर्मा ने सरकार का ध्यान आकर्षित किया। तारांकित प्रश्न के उत्तर पर चर्चा करते हुए उन्होंने वन विभाग की कार्यशैली पर सवाल उठाए और कहा कि कोटा में पर्यटन को बढ़ावा देने वाले महत्वपूर्ण प्रस्तावों को अनावश्यक रूप से लटकाया जा रहा है।
संदीप शर्मा ने विशेष रूप से दो अहम प्रस्तावों का उल्लेख करते हुए कहा कि चंबल नदी में क्रूज संचालन की अनुमति वन विभाग ने अब तक लंबित कर रखी है। उन्होंने कहा कि चंबल में क्रूज सेवा शुरू होने से न केवल कोटा में पर्यटन को नई पहचान मिलेगी, बल्कि यह स्थानीय रोजगार के अवसर भी बढ़ाएगा। चंबल की खूबसूरत घाटियां, वन्य जीवन और प्राकृतिक सौंदर्य को देखने के लिए देश-विदेश से पर्यटक आकर्षित होंगे। लेकिन वन विभाग की अनदेखी के कारण यह परियोजना ठप्प पड़ी हुई है।
इसके अलावा संदीप शर्मा ने मुकुंदरा हिल्स टाइगर रिजर्व में फिल्मांकन को लेकर भी अनुमति नहीं देने पर नाराजगी जताई। उन्होंने कहा कि मुकुंदरा जैसे प्राकृतिक सौंदर्य से भरपूर क्षेत्र में फिल्मांकन से न केवल राज्य के पर्यटन स्थलों की ब्रांडिंग होगी, बल्कि फिल्म इंडस्ट्री की गतिविधियां बढ़ने से आर्थिक विकास को भी बढ़ावा मिलेगा। "मुकुंदरा में फिल्मांकन की अनुमति रोकी गई है, जबकि यह क्षेत्र पर्यटन को नई ऊंचाइयों तक ले जा सकता है," उन्होंने कहा।
विधायक शर्मा ने सदन में जोर देकर कहा कि यदि चंबल क्रूज और मुकुंदरा फिल्मांकन की अनुमति जल्द दी जाती है तो इससे कोटा और आसपास के क्षेत्रों का पर्यटन काफी तेजी से विकसित हो सकेगा। उन्होंने सरकार से अपील की कि वन विभाग को निर्देश देकर इन दोनों परियोजनाओं को तत्काल स्वीकृति दिलाई जाए ताकि विकास कार्यों में अनावश्यक देरी न हो।
संदीप शर्मा ने कहा कि कोटा को केवल शिक्षा नगरी के रूप में ही नहीं, बल्कि पर्यटन के एक बड़े केंद्र के रूप में भी विकसित किया जा सकता है। उन्होंने यह भी सुझाव दिया कि सरकार को कोटा के पर्यटन विकास की संभावनाओं पर एक विस्तृत योजना बनाकर कार्य करना चाहिए, जिसमें ऐतिहासिक धरोहर, प्राकृतिक संसाधन और वन्यजीव पर्यटन को समाहित किया जाए।
इस मुद्दे पर वन विभाग की ओर से जवाब देते हुए मंत्री ने कहा कि प्रस्तावों की समीक्षा की जा रही है और जो भी प्रक्रिया पूरी करनी होगी, उसे शीघ्र पूरा कर उचित निर्णय लिया जाएगा। उन्होंने यह भी आश्वासन दिया कि पर्यटन से जुड़े विकास कार्यों को प्रोत्साहित किया जाएगा, लेकिन साथ ही वन्यजीव संरक्षण और पर्यावरण संतुलन को ध्यान में रखते हुए सभी पहलुओं पर विचार किया जाएगा।
विधानसभा में इस मुद्दे को उठाए जाने के बाद अब देखना होगा कि सरकार इन परियोजनाओं पर क्या कदम उठाती है और कोटा में पर्यटन विकास की दिशा में कितनी तेजी आती है।