ओम बिरला पर गरजे मोहन प्रकाश, बोले- संसद में देश की एक तिहाई जनता की आवाज दबाई
लोकसभा अध्यक्ष रहते हुए बिड़ला ने एक तिहाई मतदाताओं की आवाज दबा दी
मोहन प्रकाश ने कहा कि ओम बिड़ला ने लोकसभा अध्यक्ष रहते हुए देश के एक तिहाई मतदाताओं की आवाज को दबाया है. ऐसे में उन्हें कोटा जीतकर संसद नहीं पहुंचना चाहिए. उन्होंने कहा कि लोकसभा अध्यक्ष के तौर पर निर्वाचित सदस्यों के अधिकारों की रक्षा करना उनकी जिम्मेदारी है. लेकिन वो पीएम मोदी के खिलाफ बोलने वाले सांसदों को संसद से बाहर भेज देते थे. यहां तक कि राहुल गांधी की सदस्यता भी उन्होंने रद्द कर दी थी, जबकि अदालत का प्रमाणित आदेश उनके हाथ में नहीं आया था. लेकिन मोदी सरकार के दबाव में उन्होंने तुरंत एक्शन लिया.
सूरत में लोकतंत्र शर्मसार है
कांग्रेस प्रवक्ता मोहन प्रकाश ने कहा कि सूरत में लोकतंत्र को शर्मसार करने वाला मामला सामने आया है. यह दिखाने की कोशिश की गई है कि भविष्य में देश में ऐसे चुनाव होंगे। चुनाव आयोग ने भी सूरत से बीजेपी उम्मीदवार की जीत की घोषणा की, जबकि नोटा का प्रावधान भी इसमें था. सभी निर्दलीय उम्मीदवारों ने भी अपना नाम वापस ले लिया. सूरत सीट से बीजेपी उम्मीदवार मुकेश दलाल निर्विरोध चुनाव जीत गए हैं.