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Katihar मात्र नौ वोट से लोकसभा चुनाव हार गये थे थॉमस हांसदा

Allahabad चुनाव  कभी जौनपुर के लोग भी चुनते थे इलाहाबाद का सांसद

बिहार न्यूज़ डेस्क  चुनाव आयोग शत प्रतिशत भागीदारी के लक्ष्य के साथ मतदाताओं से पोलिंग बूथ तक पहुंचने की अपील कर रहा है. लोकसभा चुनाव में कई ऐसे अवसर आए, जब प्रत्याशियों को एक-एक वोट की अहमियत का एहसास हुआ. इसी तरह का वाकया 1998 के लोकसभा चुनाव में राजमहल लोकसभा क्षेत्र से प्रत्याशी रहे थॉमस हांसदा के साथ हुआ, जब वे नौ वोट से अपना चुनाव हार गये थे. इस नजदीकी चुनाव का असर उनके मन-मस्तिष्क पर इस कदर हावी हुआ कि वे हार के अगले दिन से ही अपनी तैयारी में लग गये और अगले साल यानी 1999 में हुए लोकसभा चुनाव में इसी सीट से कांग्रेस के प्रत्याशी के रूप में 250298 वोट हासिल कर अपने निकटतम प्रत्याशी भाजपा के सोम मरांडी (188191 वोट) को 62107 वोट से हरा दिया था. लोकसभा चुनाव 1998 की बात है. उस वक्त राजमहल (एसटी) लोकसभा क्षेत्र से कांग्रेस के प्रत्याशी थॉमस हांसदा, भाजपा के प्रत्याशी सोम मरांडी और झारखंड मुक्ति मोर्चा के प्रत्याशी साइमन मरांडी के बीच त्रिकोणीय मुकाबला था. इस चुनाव में जीत के लिए तीनों प्रत्याशियों ने जान लड़ा दी. परिणाम आया तो भाजपा प्रत्याशी सोम मरांडी ने 198889 वोट पाकर थॉमस हांसदा (198880 वोट) को नौ वोट से हरा दिया था. जबकि तीसरे नंबर पर झारखंड मुक्ति मोर्चा के प्रत्याशी साइमन मरांडी (0104 वोट) रहे. 

लोकसभा चुनाव में टॉप-10 सबसे कम अंतर से जीतने वाले प्रत्याशी

साल लोकसभा क्षेत्र व राज्य पार्टी प्रत्याशी जीत का अंतर

1998 राजमहल(एसटी), झारखंड कांग्रेस सोम मरांडी 09 वोट

1989 अनाकापल्ली, आंध्र प्रदेश कांग्रेस कोनाथला रामकृष्ण 09 वोट

1996 बड़ौदा, गुजरात कांग्रेस सत्यजीत सिंह गायकवाड़ 17 वोट

1971 त्रिचेंदुर, तमिलनाडु डीएमके एमएस शिवासामी 26 वोट

20 लद्दाख भाजपा थुपस्तान छेवांग 36 वोट

1962 मणिपुर आउटर सोश.पा. रिशांग 42 वोट

2004 लक्षद्वीप जदयू पी. पोकुन्हिकोया 71 वोट

1980 देवरिया, उत्तर प्रदेश कांग्रेस रामायन राय 77 वोट

1999 घाटमपुर, यूपी बसपा प्यारे लाल शंखवार 105 वोट

1984 लुधियाना, पंजाब सिअद मेवा सिंह 0 वोट

10 सबसे कम अंतर से जीतने वालों में उत्तरप्रदेश के दो सांसद शामिल

अगर लोकसभा चुनाव इतिहास में सबसे कम वोट से जीत हासिल करने वाले सांसदों की बात करें तो इस सूची में उत्तर प्रदेश के दो सांसद भी शामिल हैं. साल 1980 में उत्तर प्रदेश के देवरिया लोकसभा चुनाव में कांग्रेस के प्रत्याशी रहे रामायन राय (00 वोट) ने अपने निकटतम प्रत्याशी जेएनपी एस के रामधारी शास्त्रत्त्ी (109937 वोट) को 77 वोट से हराया था. इसी तरह साल 1999 में हुए लोकसभा चुनाव में उत्तर प्रदेश के घाटमपुर (एससी) सीट पर नजदीकी मुकाबला हुआ था. इस सीट पर बसपा के प्रत्याशी रहे प्यारेलाल शंखवार (6582 वोट) ने समाजवादी पार्टी की महिला प्रत्याशी अरुण कुमारी कोरी (6477 वोट) को 105 वोट से हरा दिया था.

 

कटिहार न्यूज़ डेस्क

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