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Katihar चालक-उप चालक की सूझबूझ से ट्रेन दुर्घटनाग्रस्त होेने से बची

Faizabad ट्रेन से कूदकर भागी किशोरी, अफरा-तफरी

बिहार न्यूज़ डेस्क पूर्वोत्तर सीमांत रेलवे क्षेत्र में भूस्खलन से होने वाले ट्रेन को दुर्घटनाग्रस्त होने से चालक और उपचालक ने बचा लिया. भूस्खलन वाले क्षेत्र से करीब 100 मीटर पहले ही ट्रेन को इमरजेंसी ब्रेक लगाकर रोकने में कामयाब रहा. इससे ट्रेन हादसा होने से एलपी और एएलपी ने बचा लिया. यह जानकारी पूर्वोत्तर सीमांत रेलवे (कटिहार) के सीपीआरओ कपिंजल किशोर शर्मा ने दी. बताया कि 21  को लोको पायलट आर. एन. कुमार और सहायक लोको पायलट श्री सुरजीत देबनाथ ने ट्रेन संख्या 05676 अप धर्मनगर-अगरतला पैसेंजर स्पेशल में को दुर्घटनाग्रस्त होने से रोका. ट्रेन लगभग 1000 यात्रियों को लेकर बारामुरा पहाड़ी क्षेत्र से बढ़ रही थी. तेलियामुरा स्टेशन से गुजरने के बाद लोको पायलट और सहायक लोको पायलट ने अचानक सुबह करीब 1010 बजे अगरतला से लगभग 33 किलोमीटर दूर किमी 149/02 पर रेलवे ट्रैक पर अवरोध देखा. उन्होंने तुरंत इमरजेंसी ब्रेक लगाकर ट्रेन को रोक दिया. उस समय भारी बारिश हो रही थी. इसके बाद उनलोगों ने तत्काल अपने वरिष्ठ अधिकारियों को फोन कर स्थिति से अवगत कराया. समय पर आपातकालीन ब्रेक लगाये जाने से यात्रियों से भरी ट्रेन को भूस्खलन के मलबे से लगभग 100 मीटर पहले रोका लिया गया. वहीं कुछ यात्रियों ने बताया कि चालक की सूझबूझ से एक बड़ा हादसा आज टल गया.

पशुचारा की किल्लत पशुपालकों में चिंता

प्रखंड क्षेत्र के पशुपालकों की परेशानी बढ़ गई है. खासकर निचले इलाके के पशुपालकों के लिए तो मवेशियों का चारा जुटा पाना मुश्किल सा हो गया है. एक ओर जहां खरीफ फसलों को बाढ़ से बचाने के लिए किसान जद्दोजहद में लगे हैं. वहीं दूसरी ओर एक साथ अधिकतर कृषि योग्य बड़े भूभाग व फसल लगे खेतों में पानी प्रवेश करने से सभी घास फूस समाप्त हो गया है. जिससे पशुओं के चारे की किल्लत हो गई है. चारे के अभाव में पशुपालक पशुओं का पेट नहीं भर पा रहे हैं. इससे दूध के उत्पादन पर भी प्रतिकूल प्रभाव पड़ा है. जो कि मुसीबत बना हुआ है.

 

कटिहार न्यूज़ डेस्क

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