
बिहार न्यूज़ डेस्क जिले के 117 निजी स्कूलों पर प्रस्वीकृति रद्द होने का खतरा मंडराने लगा है इन स्कूलों में अध्ययनरत छात्र-छात्राओं के प्रोफाइल का यू-डायस पर अब तक अपलोड नहीं किये जाने से वे सरकारी सुविधा से वंचित हो सकते हैं समग्र शिक्षा के डीपीओ कृष्णानंद सादा ने बताया कि विद्यालय संचालकों द्वारा बार-बार स्मारित किये जाने के बाद शतप्रतिशत बच्चों के आंकड़े की प्रवृष्टि नहीं हो पायी है
जो साबित करता है कि संचालकों द्वारा विभाग को गलत सूचना देकर भ्रमित किया जा रहा है जो विभागीय नियम के प्रतिकूल है सनद रहे कि इन स्कूलों में नामांकित बच्चे का नामांकन भी सरकारी स्कूलों में है जिसके कारण छात्रों का प्रोफाइल अपलोड होने से फर्जी छात्रों का पता चल जायेगा संभावना है कि इसी कारण निजी विद्यालय के संचालकों द्वारा अपलोड करने में उदासीनता बरती जा रही है
डीपीओ ने 24 घंटे का दिया है अल्टीमेटम समग्र शिक्षा के डीपीओ ने इन विद्यालय के संचालकों को 24 घंटे का अल्टीमेटम देते हुए कहा कि निर्धारित अवधि के अन्दर अगर शतप्रतिशत बच्चों का डाटा इंट्री नहीं हुआ तो यू- डायास कोड निरस्त करते हुए विद्यालय की प्रस्वीकृति रद्द कर दी जायेगी साथ ही समाज को दिग्भ्रमित करने व गलत रुप से विद्यालय चलाने का आरोप प्रमाणित माना जायेगा
सबसे अधिक कटिहार व सबसे कम समेली मामला
डीपीओ ने बताया कि जिन स्कूलों से शोकॉज किया गया है उनमें सदर प्रखंड कटिहार में 17, कोढ़ा में सात, मनिहारी में छह, प्राणपुर में तीन, समेली एवं अमदाबाद में दो-दो, आजमनगर में आठ, बलरामपुर में एक, बरारी में चार, बारसोई में दस, फलका में दस, कदवा में आठ समेत कुल 117 स्कूल है
कटिहार न्यूज़ डेस्क