बिहार न्यूज़ डेस्क इस वर्ष जनवरी से अगस्त के बीच टीबी के 3683 नये मरीज मिले हैं. इनमे सें 822 ठीक हो चुके हैं. टीबी मरीजों को खोजने के लिए लगातार शहरी क्षेत्रों के अलावा सुदूर ग्रामीण इलाकों में भी एसटीएस, सीएचओ सहित विभिन्न सहयोगी संस्थाओं द्वारा विभिन्न तरह का आयोजन लगातार किया जा रहा है.
सिविल सर्जन डॉ डीएन झा के अनुसार, ज़िले के सभी सरकारी अस्पतालों में टीबी की जांच से लेकर इलाज तक की निशुल्क व्यवस्था है. इसके बावजूद ऐसा सुनने में आ रहा है . कुछ लोग निजी अस्पताल के दरवाजे तक पहुंचाने के बाद सरकारी अस्पताल भेजा जाता है. ज़िला संचारी रोग पदाधिकारी डॉ अशऱफ रिज़वी ने बताया कि प्रधानमंत्री टीबी मुक्त भारत अभियान को जन-जन तक पहुंचाने के लिए जागरूकता अभियान चलाया जा रहा है. यक्ष्मा विभाग, एसटीएस, टीबी चैंपियन, आशा कार्यकर्ता सहित कई अन्य सहयोगी संस्थाओं द्वारा जिले में टीबी खोज अभियान चलाते हुए मरीजों को चिह्नित किया जा रहा है. डीपीसी मज़हर अमीर ने बताया कि ज़िले में सदर अस्पताल परिसर स्थित ज़िला टीबी सेंटर एवं अनुमंडलीय अस्पताल में सीवीनेट से टीबी से संक्रमित मरीज़ों की जांच उपलब्ध है. जनवरी से लेकर अगस्त महीने तक ज़िले में टीबी मरीज़ों की संख्या 3683 हैं. इसमें 822 मरीज ठीक हो चुके हैं. ़िफलहाल 2861 संक्रमित मरीज़ों को निशुल्क दवा खिलाई जा रही है.
कटिहार न्यूज़ डेस्क