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Kanpur  केयरटेकर की हत्या में तीन और गिरफ्तार

Bilaspur  हत्याकांड: शराब पीने का विरोध करने पर हत्या, तीन आरोपियों को आजीवन कारावास
 

उत्तरप्रदेश न्यूज़ डेस्क  ऑटोप्सी रिपोर्ट में महिला के प्राइवेट पार्ट में हार्ड एंड ब्लंट ऑबजेक्ट से चोट पहुंचाने की पुष्टि हुई थी. इसी ऑबजेक्ट की तलाश में  एडीसीपी सेन्ट्रल आरती सिंह और एसीपी कर्नलगंज मोहम्मद अकमल खां ने एक बार फिर घटनास्थल की जांच पड़ताल की. घर के हर एक हिस्से में तलाशी ली गई मगर उसका कुछ पता नहीं चल सका. आरोपितों की पुलिस कस्टडी रिमांड के लिए  को कोर्ट में अर्जी दी जाएगी. . गीता नगर स्थित हॉस्टल में  महिला केयरटेकर की रेप के बाद हत्या के मामले में  पुलिस ने वारदात में शामिल तीन अन्य आरोपितों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया. वारदात के वक्त कमरे में अर्जुन के साथ मौजूद दोस्त चिंटू तिवारी के हाथों पर भी महिला का खून लगे होने की पुष्टि हुई है. वहीं अर्जुन के भाई रिंकू और दोस्त रोहित यादव को षड़यंत्र में शामिल माना गया है. उन्हें फोरेंसिक रिपोर्ट के आधार पर आरोपी बनाया गया है.


 घटना के वक्त बेटी ने बताया था कि उसे अर्जुन ने रिंकू और रोहित के साथ दूध लेने भेज दिया था. कमरे में अर्जुन के साथ उसका दोस्त चिंटू भी था, लेकिन जब वह लौटी तो सिर्फ अर्जुन ही दिखा था. इंस्पेक्टर काकादेव मानवेन्द्र सिंह ने बताया कि चिंटू तिवारी को हत्या का आरोपी बनाया गया है, उसने महिला से दुष्कर्म नहीं किया था, जिसकी फोरेंसिक पुष्टि हो चुकी है. उसने हत्या में शामिल होना कुबूला है साथ ही महिला के शव को उसने उठाया भी था, उसके हाथों में खून लग गया था. लड़की के हॉस्टल पहुंचने से पहले चिंटू वहां से निकल गया था. उसे गेट तक छोड़ने के बाद अर्जुन वापस ऊपर चला गया था.
हैंड वॉश में हकीकत आई सामने वारदात के बाद पुलिस ने चारों आरोपितों का हैंड वॉश सैम्पल लिया था जिसे फोरेंसिक जांच के लिए भेजा गया था. जिसके रिजल्ट आने पर पुलिस को पता चला कि चिंटू और अर्जुन के हाथों में जो खून के निशान मिले थे वह महिला के थे.
प्राइवेट पार्ट का टेस्ट पॉजिटिव इंस्पेक्टर मानवेन्द्र सिंह ने बताया कि मुख्य आरोपित कुलदीप का प्राइवेट पार्ट का फोरेंसिक टेस्ट कराया गया था जिसका रिजल्ट पॉजिटिव आया है.
फिर तलाशा गया घर
ऑटोप्सी रिपोर्ट में महिला के प्राइवेट पार्ट में हार्ड एंड ब्लंट ऑबजेक्ट से चोट पहुंचाने की पुष्टि हुई थी. इसी ऑबजेक्ट की तलाश में  एडीसीपी सेन्ट्रल आरती सिंह और एसीपी कर्नलगंज मोहम्मद अकमल खां ने एक बार फिर घटनास्थल की जांच पड़ताल की. घर के हर एक हिस्से में तलाशी ली गई मगर उसका कुछ पता नहीं चल सका. आरोपितों की पुलिस कस्टडी रिमांड के लिए  को कोर्ट में अर्जी दी जाएगी.


कानपूर न्यूज़ डेस्क
 

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