
उत्तरप्रदेश न्यूज़ डेस्क मधुमेह का इलाज अब वायरस से होगा. इसके लिए जीएसवीएम मेडिकल कॉलेज में ट्रायल होगा. ट्रायल को नाम टीपी-102 दिया गया है. चार वरिष्ठ डॉक्टरों की देखरेख में होने वाला यह ट्रायल दिसंबर से शुरू होगा. इसमें मधुमेह के 90 मरीजों को शामिल किया जाएगा. जिनकी आयु वर्ष से अधिक होगी.
प्राचार्य डॉ संजय काला के अनुसार, मधुमेह मरीजों को सबसे ज्यादा दिक्कत पैरों में गहरे घाव को लेकर होती है. कभी-कभी तो यह घाव इतने कष्टकारी होते हैं कि मरीजों की जान पर आ जाती है. घाव गंभीर होने से पैर को काटने की नौबत भी आ जाती है. इसका इलाज एंटीबायोटिक तरीके से किया जाता है, लेकिन इसके दुष्परिणाम भी मरीजों को भुगतने पड़ते हैं. इसी को ध्यान में रखकर अब वायरस से इलाज करने की प्रक्रिया को धरातल पर उतारा जाएगा. आगे की प्रक्रिया को बेहतर तरीके से करने के लिए ट्रायल टीपी-102 शुरू होगा. इसके तहत मधुमेह के बैक्टीरिया का खात्मा पूरी तरह से वायरस से किया जाएगा.
उन्होंने बताया कि उनके नेतृत्व में डॉ रिचा गिरि, डॉ शिवेंद्र, डॉ सौरभ की देखरेख में होगा. उन्होंने बताया कि मधुमेह के कारण तंत्रिका को हुए नुकसान के कारण मरीज को पैरों में कुछ भी महसूस करने की क्षमता कम हो जाती है. पैरों में चोट, जख्म या घाव होने पर एहसास तक नहीं होता है. इंफेक्शन और अल्सर की समस्या तक होती है.
अभद्रता के विरोध पर युवक पर हमला
मारपीट के मामले में अनवरगंज निवासी अविरल दीक्षित ने लोगों के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कराई है. पीड़ित के अनुसार, वह 14 की रात घर आ रहा था, तभी द ब्रिज होटल के पीछे वाली गली में वसीम, अजीम और बाबर न रोका और अभद्रता की. विरोध किया तो वसीम ने चाकू से हमला कर दिया. इतने में 10-15 युवक आ गए और हॉकी और डंडे से हमला किया. किसी तरह वह जान बचाकर घर पहुंचा और पुलिस को जानकारी दी. रायपुरवा पुलिस ने तीन नामजद समेत 10-15 अज्ञात लोगों के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज की.
कानपूर न्यूज़ डेस्क