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Kanpur  धौर्रीसागर में नर और लखंजर पापड़ा में मादा बाघ

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उत्तरप्रदेश न्यूज़ डेस्क  मड़ावरा के घने जंगलों में दो टाइगरों की मौजूदगी से उत्साहित विभागीय अधिकारियों और कर्मचारियों ने उनके लिंग की पहचान कर ली. धौर्रीसागर में नर और लखंजर पापड़ा में मादा टाइगर विचरण कर रही है. इसकी पुष्टि होते ही वन अफसरों ने इन जंगलों में लगे सभी ट्रैप कैमरों की फुटेज को खंगालना शुरू कर दिया है.

जनपद स्थित जंगल के भीतर जंगली जानवरों की मौजूदगी जानने केलिए बीत दिनों विभागीय अधिकारियों ने मड़ावरा, गौंना और ललितपुर रेंज में ट्रैप कैमरे लगाए थे. बीते दिनों इन कैमरों के कार्ड की जांच करते समय धौर्रीसागर और लखंजर पापड़ा में एक-एक टाइगर दिखाई दिया. विभागीय आला अफसरों, प्रशासनिक और अधिकारियों को इसकी जानकारी देने के साथ ही वन विभाग के अफसर दोनों के लिंग की पहचान में जुट गए. ट्रैप कैमरों के कार्ड में सुरक्षित सभी फोटों को अफसरों व कर्मियों ने बारीकी से देखा. जानकारों से इस संबंध में बातचीत की.

फिर कहीं जाकर शारीरिक बनावट के आधार पर धौर्री सागर में नर और लखंजर पापड़ा में मादा के होने की पुष्टि हो गयी. अफसरों के मुताबिक लखंजर पापड़ा और धौर्रीसागर के बीच चार किलोमीटर का अंतर है. भोजन और पानी की तलाश में मादा और नर अलग हुए होंगे.

कुछ समय बाद दोनों एक स्थान पर पहुंच जाएंगे. अफसरों के मुताबिक दोनों की उम्र भी अधिक नहीं है. उनको जवान कहा जा सकता है. इस क्षेत्र में और जंगली जानवरों के होने की संभावना जताई जा रही है.

जंगल से सटे गांवों में हर आने वालों पर होगी नजर

टाइगरों की मौजूदगी के बाद उनकी सुरक्षा वन विभाग अफसरों के लिए सर्वोपरि हो गयी है. उन्होंने विभागीय अफसरों और कर्मचारियों को इस बाबत हाई अलर्ट करते हुए लखंजर पापड़ा और धौर्रीसागर में बाहर से आने वाले प्रत्येक व्यक्ति पर नजर रखने और उनकी जानकारी जुटाने के निर्देश दिए हैं.

वह किसी प्रकार का रिस्क नहीं ले सकते हैं. दोनों जंगली क्षेत्रों की भौगोलिक परिस्थितियों के मुताबिक जहां टाइगर पाए गए वह स्थान ग्रामीण आबादी से लगभग पंद्रह किलोमीटर दूर है. इन गांवों में रहने वाले व्यक्तियों के घर रिश्तेदार आदि तमाम बाहरी लोग आया जाया करते हैं. टाइगरों की सुरक्षा के दृष्टिकोण से इन पर नजर रखना बेहद आवश्यक है. इसके लिए प्रभागीय निदेशक ने विभागीय कर्मचारियों को ग्राम प्रधान व अन्य सक्रिय ग्रामीणों से संपर्क करके आने वाले सभी लोगों की जानकारी जुटाकर रखने के निर्देश दिए. किसी संदिग्ध व्यक्ति के होने की सूचना उपलब्ध कराने के लिए कहा गया है. मेहमान का नाम, आने का कारण आदि विवरण वन विभाग अपने पास सुरक्षित रखेगा. नोडल अधिकारी टाइगर नियुक्त प्रभागीय निदेशक सामाजिक वानिकी गौतम सिंह ने टाइगरों से जुड़ी जिम्मेदारियों को पूरा करने के लिएनोडल अधिकारी टाइगर नियुक्त किया है.

 

 

कानपूर न्यूज़ डेस्क

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