उत्तरप्रदेश न्यूज़ डेस्क जनपद में शीत ऋतु के दृष्टिगत गोवंश को ठंड से बचाव के लिए पर्याप्त उपाय किये जाने के संबंध में डीएम अक्षय त्रिपाठी ने डीपीआओ, सभी बीडीओ, नपा व नपं के इओ को दिशा निर्देश जारी किये. उन्होंने कहा कि समय रहते गोशालाओं में तिरपाल, बोरा, पराली आदि का प्रबंध कर लिया जाए.
जिलाधिकारी ने कहा कि जनपद में शीत ऋतु के बढ़ते प्रभाव को देखते हुए गौशालाओं में गोवंश को ठंड से बचाव के लिए पर्याप्त उपाय किये जाने आवश्यक हैं. आश्रय स्थलों मं निर्मित शेड को तिरपाल और बोरे आदि से विधिवत कवर करा दिया जाये, जिससे ठण्डी हवाओं से गोवंश को सुरक्षित रखा जा सके. ठंड से बचाव के लिए जूट के बोरों का उपयोग किया जाये. आवश्यकता पड़ने पर जनपद स्तर विभिन्न संस्थाओं के पास उपलब्ध अनुपयोगी बोरों टाट आदि को गो आश्रय स्थलों को उपलब्ध कराकर प्रयोग में लिया जाये. पानी, गोबर, गोमूत्र आदि की निकासी की समुचित व्यवस्था की जाये. यहां बिछावन के लिए पराली, लकड़ी का बुरादा, गन्ने की खोई, बगास आदि का प्रयोग किया जाए और समय-समय पर बिछावन को बदला जाना अति आवश्यक है. वृद्ध अशक्त व नवजात गोवंश पर विशेष ध्यान दिया जाना जरूरी है. इसके लिये विशेष व्यवस्था सुनिश्चित की जाए. निराश्रित गोवंश को ठंड से बचाने के लिए पर्याप्त मात्रा में पौष्टिक आहार, जिसमें प्रचुर मात्रा में कार्बोहाइड्रेट उपलब्ध होना चाहिए. जरूरत पर अलाव भी जलवाया जाए .
सिपाही पर युवती के उत्पीड़न का आरोप
मड़ावरा थाना के ग्राम में रहने वाली एक नृत्यांगना अपनी भतीजी और घायल भतीजे के साथ पुलिस अधीक्षक कार्यालय आई. यहां उसने पुलिस अधीक्षक को सौंपे शिकायती पत्र में बताया कि मड़ावरा थाने में तैनात एक सिपाही उनकी भतीजी को अनैतिक कार्य के लिए परेशान कर रहा है. जब उसके भतीजे ने पुलिसकर्मी की इस हरकत पर विरोध जताया, तो उसके साथ गाली गलौज, मारपीट कर घायल करने का भी आरोप लगाया. उक्त मामले में नृत्यांगना ने एसपी को शिकायती पत्र देकर दोषी पुलिसकर्मी के खिलाफ कार्रवाई के लिए मांग उठाई.
कानपूर न्यूज़ डेस्क