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जोधपुर में होगी सबसे खतरनाक लड़ाकू हेलिकॉप्टरों की तैनाती, दुश्मनों की थम जाऐगी सांसे, अपाचे AH-64E हेलिकॉप्टर का सामने आया वीडियो

जोधपुर में होगी सबसे खतरनाक लड़ाकू हेलिकॉप्टरों की तैनाती, दुश्मनों की थम जाऐगी सांसे, अपाचे AH-64E हेलिकॉप्टर का सामने आया वीडियो

भारतीय सेना को अमेरिका से तीन अत्याधुनिक अपाचे AH-64E अटैक हेलिकॉप्टरों की पहली खेप मिल चुकी है। सेना ने मंगलवार को इसकी आधिकारिक जानकारी दी। ये हेलिकॉप्टर एंटोनोव ट्रांसपोर्ट विमान के जरिए अमेरिका से सीधे गाजियाबाद स्थित हिंडन एयरबेस लाए गए। यह डील भारत की सैन्य क्षमता को मजबूत करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम माना जा रहा है।

भारतीय सेना द्वारा प्राप्त ये अपाचे हेलिकॉप्टर जल्द ही राजस्थान के जोधपुर एयरबेस पर तैनात किए जाएंगे। यह तैनाती पाकिस्तान के साथ लगती पश्चिमी सीमा की निगरानी और सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए की जा रही है।

रेगिस्तानी रंग में रंगे अपाचे

राजस्थान के रेगिस्तानी इलाकों में उपयोग के लिहाज से इन हेलिकॉप्टरों को विशेष रंग योजना में तैयार किया गया है। स्क्वाड्रन की तैनाती रेगिस्तान में होने के कारण इनका रंग "धोरों" यानी रेत जैसा रखा गया है। यह रंग इन हेलिकॉप्टरों को रेगिस्तानी इलाकों में आसानी से छिपने और दुश्मन की निगाह से बचने में मदद करता है, जिससे ऑपरेशनल रणनीतियों में अधिक गोपनीयता और प्रभावशीलता आती है।

अत्याधुनिक तकनीक से लैस

अपाचे AH-64E दुनिया के सबसे उन्नत अटैक हेलिकॉप्टरों में से एक है। ये हेलिकॉप्टर लंबी दूरी तक टारगेट को ट्रैक करने, हवा से जमीन पर मार करने वाले हथियारों के साथ सटीक हमले करने और रात के समय भी ऑपरेशन को अंजाम देने में सक्षम हैं। इनमें फायर कंट्रोल रडार, हेलफायर मिसाइल, 30 मिमी की चेन गन और रॉकेट लॉन्चिंग सिस्टम जैसी सुविधाएं मौजूद हैं।

सेना की मारक क्षमता में इजाफा

इन हेलिकॉप्टरों के शामिल होने से भारतीय सेना की टैक्टिकल एयर सपोर्ट क्षमता में उल्लेखनीय इजाफा होगा। विशेषकर रेगिस्तानी युद्धक्षेत्र में जहां गतिशीलता और तेज हमला बेहद अहम होता है, वहां ये अपाचे हेलिकॉप्टर निर्णायक भूमिका निभा सकते हैं।

रक्षा विशेषज्ञों की प्रतिक्रिया

रक्षा विशेषज्ञों ने इसे भारतीय सेना के लिए एक बड़ा सामरिक फायदा बताया है। उनका कहना है कि अपाचे हेलिकॉप्टरों की तैनाती से न केवल दुश्मन के ठिकानों पर सटीक हमला संभव होगा, बल्कि यह दुश्मन की आक्रामक रणनीति को भी रोकने में मददगार साबित होंगे।

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