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“सॉरी, मुझे माफ़ कर दो” जोधपुर में NEET के अभ्यर्थी रोहित भाटी ने की आमहत्या, हॉस्टल में फंदे से झूला 

जोधपुर में राष्ट्रीय पात्रता सह प्रवेश परीक्षा (नीट) के 19 वर्षीय छात्र ने कथित तौर पर आत्महत्या कर ली। उन्होंने एक "सॉरी नोट" छोड़कर माफ़ी मांगी है। पुलिस के मुताबिक रोहित भाटी का शव हॉस्टल में लटका मिला और कमरे से एक सुसाइड नोट भी मिला, जिसमें लिखा था - "सॉरी, आई एम सॉरी चिन्नू"।

पुलिस अब यह पता लगाने की कोशिश कर रही है कि भाटी ने अपने सुसाइड नोट में किससे माफी मांगी थी। ब्यावर के रास गांव निवासी भाटी एक साल पहले जोधपुर आया था और चौपासनी हाउसिंग बोर्ड सेक्टर 17 स्थित दीक्षा क्लासेज हॉस्टल में रह रहा था।

पुलिस ने पोस्टमार्टम के बाद शव परिजनों को सौंप दिया।
प्राप्त जानकारी के अनुसार सबसे पहले हॉस्टल के मालिक ने उसे फंदे पर लटका देखा और तुरंत पुलिस को सूचना दी। यह दुखद समाचार सुनकर रोहित के पिता मोहनलाल माली व अन्य परिवारजन जोधपुर पहुंचे। जिसके बाद एम्स में पोस्टमार्टम के बाद पुलिस ने शव परिजनों को सौंप दिया।

पुलिस कॉल डिटेल रिकॉर्ड (सीडीआर) निकालने की तैयारी कर रही है।
वहीं, पुलिस अब रोहित भाटी की कॉल डिटेल रिकॉर्ड (सीडीआर) निकालने की तैयारी कर रही है। पुलिस का मानना ​​है कि मोबाइल कॉल डिटेल्स की जांच से आत्महत्या के कारणों का पता लगाया जा सकेगा। इधर, सोमवार को राजस्थान विधानसभा में राजस्थान कोचिंग सेंटर (नियंत्रण एवं विनियमन) विधेयक, 2025 पर लंबी चर्चा हुई, जिसमें छात्रों के मानसिक स्वास्थ्य और आत्महत्या के मुद्दे भी उठाए गए।

राजस्थान सदन में कोचिंग विधेयक पेश
19 मार्च को सदन में पेश किए गए इस विधेयक का उद्देश्य कोटा और अन्य क्षेत्रों में उन कोचिंग सेंटरों को विनियमित करना है जहां मेडिकल और इंजीनियरिंग प्रवेश परीक्षाओं की तैयारी कराई जाती है। विधेयक के अनुसार, राजस्थान सरकार ने कोचिंग संस्थानों में प्रवेश के लिए 16 वर्ष की न्यूनतम आयु सीमा को हटा दिया है, जो केंद्र सरकार के दिशानिर्देशों से अलग है। कांग्रेस ने भाजपा सरकार पर न्यूनतम आयु सीमा हटाकर बच्चों पर तनाव बढ़ाने का आरोप लगाया है।

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