Samachar Nama
×

जोधपुर के बावरली गांव में पेयजल संकट गहराया, वीडियो में जाने भीषण गर्मी में ग्रामीणों ने किया विरोध प्रदर्शन

जोधपुर के बावरली गांव में पेयजल संकट गहराया, वीडियो में जाने भीषण गर्मी में ग्रामीणों ने किया विरोध प्रदर्शन

राजस्थान के मरुस्थलीय क्षेत्र में पानी की समस्या कोई नई बात नहीं है, लेकिन जोधपुर जिले के बावरली ग्राम पंचायत में हालात इस कदर बिगड़ चुके हैं कि मानव और मवेशी दोनों बूंद-बूंद पानी को तरस रहे हैं। 45 डिग्री सेल्सियस से ऊपर झुलसाती गर्मी के बीच जब पानी की आपूर्ति लगातार बाधित रही, तो परेशान ग्रामीणों ने बुधवार को सीडब्ल्यूआर बूस्टर स्टेशन के पास जोरदार विरोध प्रदर्शन किया।

पेयजल संकट बना जीवन संकट

ग्रामीणों का कहना है कि पिछले कई हफ्तों से गांव में नियमित जलापूर्ति नहीं हो रही है। टैंकर सेवा भी अनियमित है, और जो पानी आता भी है, वह पीने योग्य नहीं होता। जलदाय विभाग से कई बार शिकायत करने के बावजूद कोई ठोस कार्रवाई नहीं की गई

मधु देवी, एक स्थानीय महिला ने बताया,

“हमें सुबह 4 बजे से लाइन में लगना पड़ता है। कई बार तो पूरी रात टैंकर का इंतजार करते हैं, लेकिन वह आता ही नहीं।”

गर्मी से मवेशी भी बेहाल

बावरली गांव में सिर्फ इंसान ही नहीं, बल्कि मवेशी भी पानी की किल्लत से जूझ रहे हैं। गर्मी में चारे की कमी के साथ-साथ पानी की अनुपलब्धता ने ग्रामीण पशुपालकों की चिंता बढ़ा दी है। कई मवेशी गर्मी और पानी न मिलने से बीमार हो चुके हैं।

सीडब्ल्यूआर बूस्टर पर फूटा आक्रोश

बुधवार को दर्जनों ग्रामीणों, जिनमें महिलाएं, बुजुर्ग और युवक शामिल थे, ने सीडब्ल्यूआर बूस्टर स्टेशन के बाहर प्रदर्शन किया। उन्होंने नारेबाजी की और जलदाय विभाग की कार्यप्रणाली पर सवाल उठाए।
ग्रामीणों का आरोप है कि गांव के कुछ हिस्सों में पानी की सप्लाई जानबूझकर रोकी जा रही है, जबकि कुछ प्रभावशाली इलाकों में नियमित आपूर्ति हो रही है।

प्रशासन ने दिया आश्वासन

प्रदर्शन की सूचना मिलते ही स्थानीय प्रशासन और जलदाय विभाग के अधिकारी मौके पर पहुंचे और ग्रामीणों को समझाने का प्रयास किया। अधिकारियों ने आश्वासन दिया कि जल्द ही जलापूर्ति व्यवस्था को दुरुस्त किया जाएगा और अतिरिक्त टैंकर सेवा शुरू की जाएगी। इसके साथ ही बूस्टर पंप की तकनीकी जांच भी की जा रही है।

स्थायी समाधान की मांग

ग्रामीणों ने सिर्फ अस्थायी राहत नहीं, बल्कि स्थायी समाधान की मांग की है। उन्होंने कहा कि हर साल गर्मी में यही स्थिति होती है, लेकिन सरकार और प्रशासन की ओर से कोई दीर्घकालिक योजना नहीं बनाई जाती।

“हमने कई बार नलकूप, टंकी और पाइपलाइन की मांग की है, लेकिन फाइलें सिर्फ टेबल पर घूमती हैं,” एक ग्रामीण ने नाराजगी जताई।

Share this story

Tags