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जोधपुर में नेक्सा एवरग्रीन कंपनी पर धोखाधड़ी का एक और मुकदमा दर्ज, वीडियो में जाने एजेंट पर 12 लाख रुपये हड़पने का आरोप

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शहर में निवेशकों के साथ धोखाधड़ी के मामलों में शामिल कंपनियों की फेहरिस्त में नेक्सा एवरग्रीन कंपनी का नाम लगातार सुर्खियों में बना हुआ है। इसी कड़ी में महामंदिर थाना क्षेत्र में इस कंपनी के खिलाफ एक और नया मुकदमा दर्ज हुआ है। इस बार शिकायतकर्ता ने कंपनी के एक एजेंट पर 12 लाख रुपये की ठगी का आरोप लगाया है।

निवेश के नाम पर झांसा

प्राप्त जानकारी के अनुसार, पीड़ित व्यक्ति ने कंपनी के एक स्थानीय एजेंट के माध्यम से निवेश योजना में हिस्सा लिया था। कंपनी की तरफ से यह दावा किया गया था कि निवेश पर आकर्षक रिटर्न मिलेगा और रकम एक निश्चित अवधि में दोगुनी हो जाएगी। शुरू में कुछ मामूली रकम लौटाकर कंपनी ने विश्वास जीता, लेकिन जैसे ही निवेश की राशि बढ़ी, एजेंट और कंपनी दोनों ने संपर्क तोड़ लिया।

एजेंट पर 12 लाख हड़पने का आरोप

शिकायतकर्ता ने एफआईआर में स्पष्ट रूप से बताया कि कंपनी के एजेंट ने झूठे वादे और फर्जी दस्तावेजों के आधार पर 12 लाख रुपये लिए। जब निवेशक ने रकम वापस मांगी, तो टालमटोल शुरू कर दी गई। अंततः जब लगातार संपर्क करने पर भी कोई जवाब नहीं मिला, तो उन्होंने महामंदिर थाने में शिकायत दर्ज करवाई।

पुलिस ने मामला किया दर्ज, जांच शुरू

महामंदिर थाने की पुलिस ने आईपीसी की संबंधित धाराओं के तहत धोखाधड़ी का मामला दर्ज कर लिया है। पुलिस अधिकारियों ने बताया कि अब तक की जांच में कंपनी के खिलाफ पहले से ही कई शिकायतें दर्ज हैं और अब यह नया मामला भी उनके आपराधिक रिकॉर्ड में जुड़ गया है।

पुलिस का कहना है कि वे कंपनी के एजेंट की भूमिका, पैसों के लेन-देन और बैंक खातों की जांच कर रहे हैं। जल्द ही आरोपियों को पूछताछ के लिए तलब किया जाएगा और आवश्यकता पड़ने पर गिरफ्तारी भी की जा सकती है।

पहले भी सामने आ चुके हैं मामले

नेक्सा एवरग्रीन कंपनी के खिलाफ जोधपुर सहित राजस्थान के अन्य जिलों में भी नकली निवेश योजनाओं, मल्टी लेवल मार्केटिंग और हाई रिटर्न स्कीमों के जरिए धोखाधड़ी के आरोप लग चुके हैं। निवेशकों को पहले लालच देकर पैसे जमा कराए जाते हैं, फिर धीरे-धीरे कंपनी अपना संपर्क बंद कर देती है।

निवेशकों को चेतावनी

पुलिस और प्रशासन ने आमजन से अपील की है कि वे किसी भी प्रकार की स्कीम में निवेश करने से पहले कंपनी की वैधता, रजिस्ट्रेशन और पिछले रिकॉर्ड की जांच जरूर करें। बिना जांचे-परखे किसी एजेंट या दलाल के झांसे में न आएं।

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