राजस्थान में मुर्गी फार्म में चल रही एमडी ड्रग्स फैक्ट्री पकड़ी, एक्सक्लुसीव फुटेज में देखें 100 करोड़ की सामग्री जब्त
महाराष्ट्र पुलिस की एंटी नारकोटिक्स सेल ने राजस्थान के झुंझुनूं जिले में एक एमडी ड्रग्स बनाने वाली फैक्ट्री का भंडाफोड़ किया है। यह फैक्ट्री एक सामान्य मुर्गी फार्म में छिपा कर चलायी जा रही थी। पुलिस ने फैक्ट्री से 10 किलो एमडी ड्रग्स, मशीनों और अन्य उपकरणों समेत करीब 100 करोड़ रुपये की सामग्री जब्त की है।
पुलिस ने बताया कि फैक्ट्री का संचालन पूर्व सरपंच के भतीजे द्वारा किया जा रहा था। आरोपी ने पूछताछ में बताया कि यह फैक्ट्री उसने मात्र 15 दिन पहले शुरू की थी। उसका साथी इसे 50 हजार रुपए किराए पर चलाता था। आरोपी ने पुलिस को पूरी फैक्ट्री की जानकारी दी और बताया कि वह रविवार की सुबह 1 किलो एमडी ड्रग्स सप्लाई करने के लिए सीकर जा रहा था। इसी दौरान पुलिस ने उसे कलेक्ट्रेट के सामने पकड़ लिया।
जांच में सामने आया कि आरोपी खुद पुलिस को फैक्ट्री तक लेकर गया। फैक्ट्री झुंझुनूं के धनूरी थाना इलाके में स्थित है। पुलिस ने बताया कि यह कार्रवाई एंटी नारकोटिक्स सेल की त्वरित जांच और गुप्त सूचना के आधार पर हुई।
पुलिस अधिकारियों ने बताया कि जब्त की गई सामग्री में एमडी ड्रग्स बनाने की मशीनें, कच्चा माल और पैकिंग सामग्री शामिल हैं। पुलिस ने आरोपी के खिलाफ नशा एवं मादक पदार्थ अधिनियम के तहत मामला दर्ज कर आगे की कानूनी कार्रवाई शुरू कर दी है।
विशेषज्ञों का कहना है कि इस तरह की ड्रग्स फैक्ट्री अक्सर ग्रामीण और अर्द्धग्रामीण क्षेत्रों में छिपाई जाती है, जिससे स्थानीय प्रशासन की निगरानी से बचा जा सके। महाराष्ट्र एंटी नारकोटिक्स सेल ने अपने कार्यकाल में कई ऐसे मामलों का भंडाफोड़ किया है, जिसमें अंतरराज्यीय तस्करी शामिल रही है।
पुलिस ने स्थानीय लोगों से अपील की है कि वे किसी भी संदिग्ध गतिविधि की सूचना तुरंत अधिकारियों को दें। यह मामले में त्वरित कार्रवाई की वजह से बड़ी मात्रा में ड्रग्स के वितरण को रोका जा सका और संभावित अपराधियों को पकड़ने में मदद मिली।
मामले ने यह भी उजागर किया है कि ड्रग्स की तस्करी में सामान्य व्यवसायों या फार्मों का इस्तेमाल किया जा रहा है। अधिकारियों का कहना है कि इस तरह की छुपी हुई फैक्ट्री को पकड़ना चुनौतीपूर्ण होता है, लेकिन गुप्त सूचना और स्थानीय जांच से इसे संभव बनाया जा सकता है।
पुलिस और एंटी नारकोटिक्स सेल की कार्रवाई से यह संदेश गया है कि नशे और मादक पदार्थों के मामले में कोई भी सुरक्षित नहीं है और सभी तस्करों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी। आरोपी को न्यायिक हिरासत में भेजा गया है और मामले की गहन जांच जारी है।

