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झुंझुनू की महिला प्रोफेसर को डिजिटल तरीके से गिरफ्तार कर 7.67 करोड़ की करी धोखाधड़ी

झुंझुनू जिले के बिट्स पिलानी के एक प्रोफेसर से 7.67 करोड़ की ठगी कर ली गई. साइबर ठगों ने खुद को ईडी और पुलिस अधिकारी बताकर प्रोफेसर से पैसे की मांग की. महिला प्रोफेसर सृजाता डे ने साइबर ठगों की डिमांड पूरी करने के लिए 80 लाख रुपये का लोन भी लिया..............
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झुंझुनू न्यूज़ डेस्क !!! झुंझुनू जिले के बिट्स पिलानी के एक प्रोफेसर से 7.67 करोड़ की ठगी कर ली गई. साइबर ठगों ने खुद को ईडी और पुलिस अधिकारी बताकर प्रोफेसर से पैसे की मांग की. महिला प्रोफेसर सृजाता डे ने साइबर ठगों की डिमांड पूरी करने के लिए 80 लाख रुपये का लोन भी लिया. तीन महीने तक ईडी, ट्राई, महाराष्ट्र पुलिस आदि के डर से उसकी हर हरकत पर नजर रखी गई। महिला प्रोफेसर श्रीजता डे से साइबर ठगों द्वारा हर दो घंटे में उनकी गतिविधियां और यहां तक ​​कि हर दिन की बिक्री रिपोर्ट भी मांगी जाती थी. जो एक तरह से डिजिटल गिरफ्तारी थी.

डिजिटल गिरफ्तारी में अंतरराष्ट्रीय गिरोह का हाथ

फरवरी में जब मामला सामने आया और साइबर थाने में रिपोर्ट दर्ज कराई गई तो पुलिस ने जांच शुरू की. साइबर फ्रॉड इतना हाईटेक था कि मामला पुलिस मुख्यालय को रेफर कर दिया गया. पुलिस मुख्यालय की मुख्य साइबर सेल ने जब 200 से ज्यादा बैंक अकाउंट हैक किए तो एक और चौंकाने वाला सच सामने आया. श्रीजता डे से ठगा गया पैसा विदेशी बैंक खातों में भी जमा किया गया है, जिससे पुलिस को संदेह है कि ऐसे डिजिटल गिरफ्तारी मामलों में अंतरराष्ट्रीय गिरोह शामिल हैं।

पैसा विदेश भेजा जाता था

अब पुलिस इस मामले को सीबीआई को सौंपने की तैयारी कर रही है। जयपुर में डीजीपी यूआर साहू ने बताया है कि धोखाधड़ी की रकम बहुत ज्यादा है. जांच में पता चला कि पैसा विदेश चला गया है, ऐसे में सीबीआई जांच जरूरी समझी जा रही है. इधर, एसपी राजर्षि राज वर्मा ने बताया कि उन्होंने यह फाइल पुलिस मुख्यालय को भेज दी है. इसकी जांच पुलिस मुख्यालय की मुख्य साइबर सेल कर रही थी. आगे इस फाइल पर पुलिस मुख्यालय को निर्णय लेना है.

मनी लॉन्ड्रिंग के नाम पर धोखाधड़ी

साइबर सेल को दी रिपोर्ट में श्रीजाता डे के मुताबिक, ''29 अक्टूबर 2023 को सुबह 8:39 बजे मुझे किसी का फोन आया. उसने कहा कि मैं दूरसंचार विभाग (TRAI) से बात कर रहा हूं. यह नंबर साइबर क्राइम का है. आपका फ़ोन नंबर एक घंटे में ब्लॉक कर दिया जाएगा। आपका नंबर अवैध विज्ञापन और उत्पीड़न के लिए पंजीकृत किया गया है, इसके तुरंत बाद मुझे उसी नंबर से चार कॉल आईं।"

स्काइप पर बात करते थे

महिला प्रोफेसर श्रीजाता डे के मुताबिक, "एक दिन फिर फोन आया. उन्होंने मुंबई पुलिस के सब इंस्पेक्टर को बताया. उन्होंने कहा कि आपके खिलाफ क्राइम ब्रांच मुंबई में शिकायत मिली है. हमें स्काइप पर जुड़ना है और ऑनलाइन मीटिंग करनी है." जब मेरे मोबाइल पर स्काइप ऐप नहीं था, तो उन्होंने मीटिंग लिंक भेजा और मुझसे कहा कि आप नरेश गोयल मनी लॉन्ड्रिंग मामले में संदिग्ध हैं। लेनदेन की रसीद हमारे पास है।"

ठगों ने कहा कि मामला सुप्रीम कोर्ट में जाएगा

महिला प्रोफेसर सृजता डे के मुताबिक, ठगों ने कहा कि आपके नाम पर गिरफ्तारी वारंट जारी हुआ है. आपके नाम पर केनरा बैंक का एटीएम कार्ड है। जब श्रीजाता डे ने इनकार कर दिया, तो ठगों ने उन्हें गिरफ्तार करने और उनका बैंक खाता फ्रीज करने की धमकी दी। जब पीड़िता ने ऐसे किसी मामले में अपनी संलिप्तता से इनकार किया तो ठगों ने उसकी मदद करने के नाम पर आकाश कुलेरी नाम के एक व्यक्ति से खुद को मुंबई पुलिस का सीबीआई अधिकारी बताकर स्काइप पर संपर्क किया और संदीप राव से बात की. आकाश कुलहरि ने कहा कि मामला ईडी से जुड़ा है, सुप्रीम कोर्ट तक जाएगा.

श्रीजाता डे ने ऑनलाइन पैसा लगाया

ठगों ने श्रीजता डे से कहा कि जितना भी पैसा है, उसे डिजिटल वेरिफिकेशन के लिए भेजना होगा। महिला ने कहा कि वह डरी हुई है. उन्होंने बैंक खाते से 29 अक्टूबर 2023 से 31 जनवरी 2024 तक 42 ट्रांजेक्शन किए। 7.67 करोड़ रुपये अलग-अलग खातों में ट्रांसफर किए गए.

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