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Jhansi  12 हजार त्रिनेत्र में ‘मोतियाबिंद’ ‘सर्जरी’ के लिए बजट ही नहीं

Jhansi  12 हजार त्रिनेत्र में ‘मोतियाबिंद’ ‘सर्जरी’ के लिए बजट ही नहीं

उत्तरप्रदेश न्यूज़ डेस्क  ऑपरेशन त्रिनेत्र के तहत जिले भर में जनसहयोग से लगाए गए करीब 12 हजार सीसीटीवी कैमरों में से 40 फीसदी खराब हो गए हैं. पुलिस ने एक-एक कैमरे का सत्यापन कर रिपोर्ट तैयार की है. इसके लिए पुलिस महकमे के पास कोई बजट तो है नहीं, इस वजह से जिस तरह से जनसहयोग से कैमरों को लगाया गया था, उन्हीं से एक बार फिर पुलिस संपर्क कर इसे ठीक कराने के साथ ही रखरखाव की व्यवस्था भी कराएगी. इसके लिए हर थाने में पुलिस वालों को नोडल बनाए जाएगा.

दरअसल, करीब दो वर्ष पहले एडीजी गोरखपुर रहे अखिल कुमार ने ऑपरेशन त्रिनेत्र की शुरुआत की थी. इसके तहत पुलिस ने संभ्रात लोगों से संपर्क कर जिले भर में सीसी टीवी कैमरों को लगवाया था. सभी जनप्रतिनिधियों ने भी अपने बजट से कैमरे को लगवाया. जिले भर में करीब 12 हजार सीसी टीवी कैमरे लगा दिए गए लेकिन अब रख रखाव के अभाव में यह बर्बाद हो रहे हैं.

चूंकि, यह घटनाओं के पर्दाफाश में मददगार होते हैं, इस वजह से एसएसपी डॉ. गौरव ग्रोवर ने जिलेभर में लगाए गए 12 हजार सीसी टीवी कैमरों का सत्यापन कराया. पता चला कि करीब 40 फीसदी कैमरे खराब हो चुके हैं. कहीं पर तार कट गया है तो कहीं पर बिजली की दिक्कत सामने आई है. इसे लेकर एसएसपी ने जिले भर के अफसरों और थानेदारों के साथ ऑनलाइन मीटिंग कर इसे दुरुस्त कराने का निर्देश दिया है.

घटनाओं के पर्दाफाश में मददगार हैं कैमरे पुलिस की पहल पर जनसहयोग से लगाए गए कैमरों की वजह से कई घटनाओं का पर्दाफाश हुआ है. अभी कोतवाली इलाके में हुई करीब 45 लाख की चोरी का पर्दाफाश भी पुलिस ने सीसी टीवी कैमरों की मदद से ही किया था. वहीं झंगहा क्षेत्र में सिरफिरे की पहचान में भी सीसी कैमरे ने अहम भूमिका निभाई थी. इसी घटना के बाद एसएसपी ने जिले भर के कैमरों की जांच का निर्देश दिया था.

सीसी टीवी कैमरों में खराबी सामने आई है. इन कैमरों को फिर से दुरुस्त कराया जाएगा. इसके लिए एक-एक कैमरे की रिपोर्ट तैयार की गई है.

- अभिनव त्यागी, एसपी सिटी

 

 

झाँसी  न्यूज़ डेस्क

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