Samachar Nama
×

Jhansi  बेटे के सामने चौकीदार बेतवा में कूदा, मौत

Ranchi बोकारो के समीर कुमार की कोयंबटूर में मौत: शव लेकर राजभवन पहुंचे परिजन

उत्तरप्रदेश न्यूज़ डेस्क   बरुआसागर थाना क्षेत्रान्तर्गत नोटघाट पुल से एक इंटर कॉलेज के चौकीदार ने बेतवा नदी में कूदकर जान दे दी. इससे पहले उसने अपने बेटे को बुलाया और उसी के सामने करीब 40 फीट नीचे छलांग लगा दी. वह तीन दिन से नाराज होकर घर से गायब था. जिससे परिवार में कोहराम मच गया. हालांकि पुलिस ने जांच शुरू कर दी है.

मोहल्ला सनौरा के संजीव कुमार बाल्मीकि (48) बेटा गेंदालाल बाल्मीकि बरुआसागर के एक इंटर कॉलेज में चौकीदार के पर पद तैनात थे. घर से नाराज होकर वह तीन दिनों से गायब थे. परिजनों ने काफी तलाश किया. लेकिन, कोई पता नहीं चला. - की दरमियानी रात वह झांसी-खजुराहो एनएच पर नोटघाट पुल पर पहुंचे. करीब डेढ़ बजे अपने बेटे राज को फोन कर वहां बुलाया. जैसे ही बेटा वहां पहुंचा और वह कुछ समझ पाता, संजीव ग्रिल पर चढ़ा और नदी में कूद गया. किनारे पत्थरों पर गिरने से वह गंभीर रूप से लहूलुहान हो गए. वहीं पिता के नदी में छलांग लगाते ही राज की चीखें निकल गई. गुप अंधेरे में आसपास हड़कंप मच गया. आनन-फानन में लोग एकत्र हो गए. सूचना पर थाना प्रभारी दिनेश कुरील पुलिस बल के साथ मौके पर पहुंचे. उन्होंने वहां मौजूद वोटिंग क्लब के कर्मचारियों की मदद से उसे बाहर निकलवाया. गंभीर हालत में तुरंत मेडिकल कॉलेज झांसी ले जाया गया. जहां रास्ते में ही उसकी मौत हो गई. जिससे परिजन फूट-फूटकर रो पड़े. वहीं पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है. थाना प्रभारी के अनुसार जांच की जा रही है. परिजनों से भी बातचीत की गई. प्रथम दृष्टया मामला खुदकुशी का है.

खुशियां गम में बदली बरुआसागर के एक इंटर कॉलेज के चौकीदार द्वारा बेतवा नदी में कूदकर दी गई जान के बाद परिवार में कोहराम मच गया. लोगों ने बताया कि संजीव ने करीब दो-तीन महीने पहले ही लड़के की शादी थी. जिससे घर में हंसी-खुशी का माहौल था. कई रस्में अभी बाकी थीं. लेकिन, अब सब गम में बदल गया है.

बह चुका था काफी खून संजीव कुमार द्वारा बेतवा नदी में कूदकर दी गई जान के बाद लोगों का कलेजा कांप उठा. वहां मौजूद वोटिंग क्लब के कर्मचारियों की मानें तो वह पानी में नहीं बल्कि किनारे पर गिरे. जहां पत्थर होने की वजह से सिर और शरीर पर गंभीर चोटें आई थी. काफी खून बह चुका था.

परिवार में कोहराम, मोहल्ले में मातम - की दरमियानी रात स्कूल के चौकीदारी द्वारा नोटघाट पुल से कूदकर जान देने की खबर जैसे ही घर पहुंची तो परिवार में कोहराम मच गया. वह फूट-फूटकर रो पड़े. वहीं  मोहल्ले में भी मातम छा गया. आसपास के घरों में चूल्हा तक नहीं जला.

 

 

झाँसी  न्यूज़ डेस्क

Share this story

Tags