Jhansi एक हजार की आबादी बूंद-बूंद पानी को तरसी, ग्राम पंचायत बड़ागांव परसारा में गहरा पेयजल संकट

उत्तरप्रदेश न्यूज़ डेस्क मऊरानीपुर तहसील क्षेत्र के ग्राम पंचायत बड़ागांव परसारा में पेयजल संकट गहरा गया है. करीब एक हजार की आबादी बूंद-बूंद को तरस रही है. यहां लगे छह हैंडपंपों में से चार खराब पड़े हैं. पानी उगल रहे दो हैंडपंप भी हांफ रहे हैं. महिलाओं की मानें तो सुबह से पानी भरने में रात हो जाती है. वहीं ग्रामीणों ने चेतावनी दी कि जल्द समस्या का समाधान नहीं हुआ तो सड़कों पर उतरेंगे.
गांव के लप्पन सिंह पसरा ने बताया कि बड़े-बड़े वादे किए जा रहे हैं. लेकिन, गांव में धरातल पर कुछ भी नहीं हैं. किसान खेतों में सिंचाई के लिए परेशान हैं. कुंवर लाल कुशवाहा, नंदकिशोर के अनुसार गांवों की आबादी करीब एक हजार है. लेकिन, उन्हें पेयजल नसीब नहीं हो सका है. मात्र दो हैंडपंप चालू हैं. बाकी चार खराब पड़े हैं. हरचरण, भगवत प्रसाद, मनसुख के अनुसार गांव पेयजल समस्या को लेकर कई साल से पानी की टंकी आधी अधूरी पड़ी है. पार्वती देवी, सगरबारा देवी, चुरारा बाई ने बताया कि पानी के लिए दिन भर मशक्कत करनी पड़ती है. तब कहीं जाकर रसोई चढ़ पाती है. कई बार तो नल पर पानी के लिए विवाद हो जाता है. किसान नेता शिवनारायण सिंह परिहार ने कहा कि गांव में योजनाओं का लाभ ग्रामीणों को नहीं मिल पा रहा है. पानी की यहां भीषण समस्या है. जल्द कोई समाधान नहीं हुआ तो रणनीति बनाकर आंदोलन किया जाएगा. इस दौरान कुंवर लाल कुशवाहा सहित अन्य मौजूद रहे.
समस्या नहीं सुलझी तो करेंगे घेराव
हरीराम कुशवाहा, खेमचंद्र, भगवानदास बुनकर ने बताया कि अभी मार्च में यह स्थिति है. आगे अप्रैल, मई, जून बाकी है. तब क्या होगा. बोले, इसकी शिकायत कई बार अफसरों से की गई. लेकिन, व्यवस्थाएं नहीं सुधर सकी. उन्होंने निर्णय लिया कि अगर पेयजल की समस्या जल्द नहीं सुधरी तो विकासखंड मऊरानीपुर का घेराव किया जाएगा.
झाँसी न्यूज़ डेस्क