Jhansi रेफर करने पर होगी कार्रवाई, कमिश्नर ने संवेदशील रहकर स्वास्थ्य योजनाओं का लाभ देने के दिए निर्देश

उत्तरप्रदेश न्यूज़ डेस्क स्वास्थ्य कार्यक्रमों की मण्डलीय समीक्षा करते हुए कमिश्नर बिमल कुमार दुबे ने स्वास्थ्य विभाग के अफसरों को संवेदशील रहकर कार्य करने के निर्देश दिए. उन्होंने स्वास्थ्य सम्बन्धी जनकल्याणकारी योजनाओं का लाभ आम-जन को समय से उपलब्ध कराए. अनावश्यक मरीजों के रेफर करने पर नाराजगी व्यक्त करते हुए बिना ठोस बजह के रेफर करने पर सम्बंधित चिकित्साधिकारी/स्वास्थ्य कर्मी पर अनुशासनात्मक कार्रवाई के आदेश दिए.
कमिश्नर ने मरीजों को अनावश्यक रेफर करने सम्बन्धी मामलों को गम्भीरता से लेते हुए निर्देश दिए कि किसी भी मरीज को बिना ठोस और औचित्यपूर्ण कारण के उच्च चिकित्सा केंद्र में रेफर करने की प्रक्रिया को अधिक पारदर्शी बनाये जाने पर जोर दिया और अनावश्यक रेफर करने की पर संबंधित चिकित्साधिकारी/स्वास्थ्य कर्मी के विरूद्ध अनुशासनात्मक कार्यवाही के निर्देश दिये. कहा, प्राथमिक और सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों की सुविधाओं का अधिकतम उपयोग किया जाए, ताकि अधिकतर मरीजों का इलाज स्थानीय स्तर पर ही हो सके. राष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य के अन्तर्गत जन्मजात विकृतियो ंस्वास्थ्य समस्याओं के बच्चों को चिन्हित करने के लिये शिक्षा विभाग व आंगनबाड़ी के साथ अभियान चलाया जाये, इस कार्यक्रम में निजी नर्सिंग होम्स में होने वाले प्रसवों को जोड़ने के लिये नोडल अधिकारी कार्यवाही करें. स्कूलों और आंगनवाड़ी केंद्रों पर स्वास्थ्य जांच और स्क्रीनिंग के दायरे को बढ़ाया जाए. साथ ही, दूरदराज के इलाकों और ग्रामीण क्षेत्रों में इस कार्यक्रम का प्रभावी क्रियान्वयन सुनिश्चित किया जाए. राष्ट्रीय टीबी नियंत्रण को लेकर लाभार्थियों को निक्षय पोर्टल योजना के अन्तर्गत मिलने वाले भगुतान पर जोर दिया. राष्ट्रीय अन्धता कार्यक्रम की समीक्षा के दौरान मोतियाबिन्द के आपरेशन कम पाये जाने पर असंतोष व्यक्त करते हुये तीनों सीएमओ से अगले तीन माह में लक्ष्यपूर्ति के लिये कार्ययोजना बनाये जाने के निर्देश दिये. उन्होंने सभी अपर/उप मुख्य चिकित्साधिकारियों को निर्देश दिये है कि वे अपने आबंटित क्षेत्र का प्रत्येक माह भ्रमण करें जिसकी भ्रमण आख्या जारी की जाए. भ्रमण के दौरान प्रयास किया जाये कि नेशनल क्वालिटी स्टैन्डर्ड सर्टिफिकेशन के गैप को दूर किया जा सके. डिजिटल मिशन हैल्थ के अन्तर्गत सभी सीएचसी पर एचएमआईएस साल्यूशन लागू किए जाने, ओपीडी में टोकन सिस्टम लगाये जाने व 30 वर्ष से अधिक आयुवर्ग के सभी व्यक्तियों की स्क्रीनिंग किये जाने के भी निर्देश दिये गये. संचालन मण्डलीय परियोजना प्रबंधक सिफ्सा/एनएचएम आनन्द चौबे ने किया. बैठक में अपर निदेशक स्वास्थ्य डा. सुमन, सीएमओ झांसी डा. सुधाकर पाण्डेय, सीएमओ जालौन डा. एनडी शर्मा, सीएमओ ललितपुर डा. इम्तियाज अहमद, जिला अस्पताल के सीएमएस डा. पीके कटियार, जिला महिला अस्पताल के सीएमएस डा. राजनारायण, एसीएमओ, डिप्टी सीएमओ यूनीसेफ के प्रतिनिधि सहित सम्बन्धित स्वास्थ्य कर्मी उपस्थित रहे.
झाँसी न्यूज़ डेस्क