बारां-झालावाड़ मेगा हाईवे पर ग्रामीणों का उग्र आंंदोलन, एक्सक्लुसीव वीडियो में देखें टायर जलाकर कर रहे ये बडी मांग?
जिले के बपावर कलां में स्थित बारां-झालावाड़ मेगा हाईवे पर शनिवार को उस वक्त हालात तनावपूर्ण हो गए, जब बड़ी संख्या में ग्रामीणों ने सड़क पर बैठकर प्रदर्शन शुरू कर दिया। ग्रामीणों ने न सिर्फ हाईवे को जाम किया, बल्कि टायर जलाकर सरकार और पुलिस प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी भी की। उनकी मांग है कि नरेश मीणा को तत्काल रिहा किया जाए।
सड़क पर बैठकर किया प्रदर्शन, यातायात प्रभावित
ग्रामीण सुबह से ही बपावर कलां की संपर्क सड़क पर एकत्रित हो गए और देखते ही देखते उन्होंने हाईवे को जाम कर दिया। गुस्साए ग्रामीणों ने सड़क के बीचों-बीच टायर जलाए और घंटों तक आवागमन को पूरी तरह ठप कर दिया। इस दौरान बारां-झालावाड़ मेगा हाईवे पर यातायात बुरी तरह प्रभावित हुआ और लंबी दूरी तक वाहनों की कतारें लग गईं।
पुलिस अधिकारी मौके पर, लोगों को मनाने की कोशिश
रास्ता जाम होने की सूचना मिलते ही पुलिस और प्रशासनिक अधिकारी मौके पर पहुंचे। अधिकारी ग्रामीणों को समझाने का प्रयास कर रहे हैं, लेकिन प्रदर्शनकारी नरेश मीणा की रिहाई की मांग पर अड़े हुए हैं। पुलिस द्वारा स्थिति को शांतिपूर्ण ढंग से नियंत्रित करने की कोशिशें जारी हैं।
पूर्व मंत्री राजेंद्र गुढ़ा भी पहुंचे मौके पर
प्रदर्शन को और अधिक राजनीतिक रंग उस वक्त मिल गया जब पूर्व मंत्री राजेंद्र गुढ़ा भी मौके पर पहुंच गए। उन्होंने प्रदर्शनकारियों का समर्थन करते हुए सरकार पर गंभीर आरोप लगाए। राजेंद्र गुढ़ा ने कहा, “यह पूरी तरह सरकार की लापरवाही का नतीजा है। आम जनता के साथ अन्याय हो रहा है और जब लोग आवाज उठाते हैं तो उन्हें जेल में डाल दिया जाता है। सरकार तानाशाही रवैया अपना रही है।” गुढ़ा ने साफ कहा कि जब तक नरेश मीणा को रिहा नहीं किया जाता, आंदोलन जारी रहेगा।
ग्रामीणों की मांगें
प्रदर्शन कर रहे ग्रामीणों का आरोप है कि नरेश मीणा को राजनीतिक द्वेष के चलते हिरासत में लिया गया है। उनका कहना है कि नरेश, क्षेत्र में सक्रिय सामाजिक कार्यकर्ता हैं और हमेशा ग्रामीणों की समस्याओं को उठाते रहे हैं। उनकी गिरफ्तारी से गांव के लोग आक्रोशित हैं।
स्थिति पर नजर बनाए हुए है प्रशासन
प्रशासन ने प्रदर्शन स्थल पर अतिरिक्त पुलिस बल तैनात कर दिया है ताकि किसी भी अप्रिय स्थिति से बचा जा सके। पुलिस अधीक्षक और अन्य वरिष्ठ अधिकारी लगातार मौके पर मौजूद हैं और प्रदर्शनकारियों के साथ बातचीत कर रहे हैं।

