झालावाड़ में स्कूल की जर्जर बिल्डिंग गिरने से 7 बच्चों की दर्दनाक मौत, निर्दलीय नेता ने 'जन क्रांति यात्रा' रोकी
राजस्थान के झालावाड़ जिले में मनोहर थाना क्षेत्र के ग्राम पिपलोदी में एक बेहद दर्दनाक हादसा हुआ है, जिसने पूरे इलाके को शोक और सदमे में डाल दिया है। यहां एक सरकारी स्कूल की जर्जर बिल्डिंग गिर जाने से 7 मासूम बच्चों की मौत हो गई है, जबकि कई बच्चे गंभीर रूप से घायल हो गए हैं।
हादसे का विवरण
शुक्रवार सुबह स्कूल की छत अचानक गिर गई, जिससे स्कूल परिसर में अफरातफरी मच गई। घटना के वक्त बच्चे स्कूल में प्रार्थना सभा में शामिल थे। बिल्डिंग गिरते ही बच्चों पर मलबा आ गिरा, जिससे कई बच्चों की मौके पर ही मौत हो गई। घायलों को तत्काल स्थानीय अस्पताल पहुंचाया गया है, जहां उनका इलाज चल रहा है। हादसे की खबर मिलते ही ग्रामीण और आसपास के लोग घटनास्थल पर जुट गए।
राजनीतिक और प्रशासनिक प्रतिक्रिया
इस दर्दनाक हादसे के बाद निर्दलीय नेता नरेश मीणा ने अपनी चल रही 'जन क्रांति यात्रा' को तुरंत रोकते हुए घटना स्थल की ओर रवाना हो गए हैं। उन्होंने घटना पर गहरा शोक व्यक्त करते हुए मृतकों के परिजनों से संवेदनाएं जताईं। साथ ही उन्होंने राज्य सरकार और प्रशासन से दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने और मृतकों के परिवारों को उचित मुआवजा देने की मांग की।
शिक्षा व्यवस्था की पोल खुली
यह हादसा प्रदेश में खस्ताहाल शिक्षा भवनों की समस्या को फिर से उजागर करता है। ग्रामीण क्षेत्रों में कई सरकारी स्कूल जर्जर और असुरक्षित भवनों में संचालित हो रहे हैं, जो बच्चों की जान को सीधे खतरे में डाल रहे हैं। ऐसे हादसे शिक्षा विभाग की लापरवाही और अनदेखी को भी दर्शाते हैं।
सरकार का जवाब
स्थानीय प्रशासन ने हादसे की गंभीरता को स्वीकारते हुए उच्च स्तरीय जांच कराने की घोषणा की है। राहत और बचाव कार्यों के लिए अतिरिक्त मेडिकल टीमों को तैनात किया गया है। साथ ही बच्चों के परिवारों को आर्थिक सहायता दिए जाने की बात कही गई है।
भविष्य के लिए कदम
इस हादसे ने शिक्षा संस्थानों की सुरक्षा को लेकर सरकार और संबंधित विभागों के सामने बड़ी चुनौती खड़ी कर दी है। विशेषज्ञों का मानना है कि ऐसे जर्जर भवनों की तत्काल मरम्मत या पुनर्निर्माण होना जरूरी है ताकि भविष्य में इस तरह के दर्दनाक हादसों से बचा जा सके।
सारांश:
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झालावाड़ के ग्राम पिपलोदी में सरकारी स्कूल की बिल्डिंग गिरने से 7 बच्चों की मौत।
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कई बच्चे घायल, स्थानीय अस्पताल में इलाज जारी।
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निर्दलीय नेता नरेश मीणा ने 'जन क्रांति यात्रा' रोककर घटना स्थल का दौरा किया।
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हादसे ने शिक्षा विभाग की अनदेखी उजागर की।
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प्रशासन ने उच्च स्तरीय जांच और राहत कार्य शुरू किए।
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भविष्य में सुरक्षा को लेकर सख्त कदम उठाने की जरूरत।

