
झारखण्ड न्यूज़ डेस्क, मारपीट में जख्मी जादूगोड़ा के भवानीपुर गांव निवासी राखी को एमजीएम इमरजेंसी में बेड और स्लाइन स्टैंड नहीं मिला. उसे स्लाइन चढ़ाया जा रहा था. वह बेड की तलाश में स्लाइन की बोतल लेकर यहां-वहां भटकती रही. बेड नहीं मिलने पर बोतल टांगने के लिए स्टैंड भी नहीं मिला.
इस कारण वह अपने हाथ में स्लाइन की बोतल लेकर इलाज करवा रही थी. हालांकि, अन्य जख्मी को बेड मिल गया है. जमीन विवाद में कुछ लोगों ने रात राखी और उसके परिजनों के साथ घर में घुसकर मारपीट की थी.
इमरजेंसी के बेड फूल, स्ट्रेचर, कुर्सी-टेबुल पर इलाज इमरजेंसी से सारे बेड, स्ट्रेचर, कुर्सी और टेबुल मरीजों से भरे थे. हालांकि, जमीन पर किसी मरीज का इलाज नहीं हो रहा था.
यह स्थिति किसी एक दिन की नहीं है. जब भी इमरजेंसी में मरीजों की संख्या बढ़ती है, बेड की कमी हो जाती है. अधीक्षक रवींद्र कुमार ने कहा कि इमरजेंसी के मरीजों को संबंधित वार्ड में शिफ्ट करने का निर्देश दिया गया है, ताकि नए आने वाले मरीजों को बेड मिल सके. उल्लेखनीय है कि बेड की इमरजेंसी में फिलहाल 55 बेड लगाए गए हैं. बरामदा, गली, पोर्टिको को वार्ड बनाकर वहां बेड लगाया गया है. फिर भी बेड की कमी दूर नहीं हो रही है. रात झुलस कर आए चार बच्चों में दो बर्न वार्ड रेफर कर दिया गया, लेकिन दो का इमरजेंसी में इलाज चल रहा है.
जमशेदपुर न्यूज़ डेस्क !!!